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समस्या- जायद की प्रमुख सब्जियों में कीट रोगों की समस्या आती है कृपया कुछ फसलों में उपचार बतलायें।

– घनश्याम चौधरी,बनखेड़ी
समाधान -जायद में सबसे अधिक रकबे में भिंडी लगाई जाती है जो अच्छी कीमत भी देती है इस पर तना छेदक, फुदका तथा भभूतिया रोग आमतौर पर आते है इनकी रोकथाम के लिये डाइमिथियेट 30 ई.सी. या मेटासिस्टाक्स 25 ई.सी. की 1 मि.ली. /लीटर पानी में घोल बनाकर पंद्रह दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें। भभूतिया रोग की रोकथाम के लिये 2 ग्राम सल्फेक्स  प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर एक छिड़काव करें। टमाटर, बंैगन में तना छेदक, फल छेदक, जैसिड आदि आमतौर पर आते हैं। रोकथाम के लिये मैलाथियान 50 ई.सी. 2 मि.ली./लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें। अन्य कद्दूवर्गीय फसलों में फल मक्खी काफी नुकसान पहुंचाती है इसकी रोकथाम के लिये मैलाथियान 50 ई.सी. की 1 मि.ली./लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें। भिंडी तथा अन्य सब्जी फसलों में पीला मोजेक रोग जो सफेद मक्खी के द्वारा फैलता है के बचाव/उपचार हेतु डायमिथियेट 2 मि.ली./लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें।

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