भोपाल। श्री रामलखन सिंह अपने खेत में फसल निरीक्षण के दौरान ही फसल में दिख रही समस्या के निदान के लिए रिलायंस फाउंडेशन की हेल्प लाइन पर फोन कर लेते हैं। इस तरह उन्हें खेत में ही फसल संबंधित समस्या का हल मिल जाता है। ग्राम बरखेड़ा बरामद के 7 एकड़ कृषि भूमि वाले श्री सिंह काफी समय से रिलायंस फाउंडेशन से जुड़े हैं। गत रबी सीजन में भी उन्होंने फाउंडेशन से मिली सलाहनुसार कम पानी वाली किस्म का चुनाव किया तथा बताये अनुसार स्प्रिंकलर से सिंचाई तथा उर्वरक का छिड़काव किया। चने की फसल में उन्हें फाउंडेशन के सहयोग से कीट प्रबंधन में मदद मिली। इन दोनों ही फसलों का उन्हें भरपूर उत्पादन भी मिला।
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रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह
गर्मी की मूंग में सफेद मक्खी एवं रस चूसक कीटों के प्रकोप की संभावना है, इनके द्वारा पीला मोजेक वाइरस फैलता है। नियंत्रण के लिए इथोफेनप्रॉक्स 10 ईसी एक लीटर दवा 500 ली. पानी के साथ मिला कर प्रति हे.
रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह
गेहूं की सिंचित दशा वाली फसल में पांचवी सिंचाई 75-85 दिन बाद, दुधिया अवस्था के समय एवं छटी सिंचाई 85-95 दिन बाद दाना भराव की अवस्था में करें। गेहूं में पीला रतुआ रोग की निरंतर निगरानी करते रहें, यदि रोग
रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह
धान में तना छेदक कीट के प्रकोप में बालियाँ सफेद निकलती हैं तथा बालियों के अंदर दाने नहीं बनते, इस कीट के नियंत्रण हेतु फिप्रोनिल 5 एससी25 मिली. प्रति पम्प अथवा क्लोरेण्ट्रानीलीप्रोल 18.5 (एससी) 06 मिली. प्रति पम्प की दर
रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह
गेहूं की सिंचित दशा वाली फसल में पांचवीं सिंचाई 75-85 दिन बाद दूधिया अवस्था के समय एवं छठी सिंचाई 85-95 दिन बाद दाने भराव की अवस्था में करें। गेहूं की फसल में कंडवा रोग दिखाई देने पर ग्रसित बालियों को
रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह
बीज में कीट, फफूंद एवं खरपतवार के प्रकोप से बचाने के लिए बीजों के भंडारण से पहले बीज में मिले हुये डंठल, मिट्टी, पत्तियां तथा खरपतवार के बीजों को भली-भांति साफ कर लें एवं तेज धूप में 2-3 दिन तक
रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह
मूंंग, उडद में माहू, हरा मच्छर, जैसिड एवं सफेद मक्खी आदि के प्रकोप की संभावना है दिखाई देने पर नियंत्रण के लिए डाइमिथिएट 750 मिली दवा 500 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करें। ग्रीष्मकालीन