National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए क्षेत्रीय समिति की बैठकें आवश्यक

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भा.कृ.अनु.प. की क्षेत्रीय समिति-V की 26वीं बैठक में श्री रूपाला

10 दिसम्बर 2020, नई दिल्ली। लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए क्षेत्रीय समिति की बैठकें आवश्यकश्री परशोत्तम रूपाला, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री के मुख्य आतिथ्य में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की क्षेत्रीय समिति-V (दिल्ली, हरियाणा और पंजाब) की 26वीं बैठक का कृषि भवन, नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया गया। इस बैठक का आयोजन भाकृअनुप-भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा किया गया।

श्री रूपाला ने कहा कि यह बैठक भाकृअनुप की एक उच्चतम प्रक्रिया है, जो लोकतंत्र की परंपराओं का निर्वहन करते हुए क्षेत्रीय संरचनाओं, विविध जलवायु तथा स्थानीय समस्याओं के प्रश्नों की पहचान करता है और उसके समाधान के लिए राज्य सरकार, कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केंद्र के साथ मिलकर कार्य करता है। श्री कैलाश चौधरी, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने क्षेत्रीय स्तर पर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों को सशक्त करने पर जोर दिया। इस अवसर पर भाकृअनुप के प्रकाशनों का विमोचन भी किया गया।

जे. पी. दलाल, कृषि मंत्री, हरियाणा ने कहा कि किसानों की दुगुनी आय की दिशा में हम भारत सरकार के साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। श्री गोपाल राय, पर्यावरण मंत्री, दिल्ली ने पराली की समस्याओं के के लिए पूसा द्वारा निर्मित डी-कंपोजर को उपयोग में लाने पर जोर दिया। उन्होंने दिल्ली में डी-कंपोजर के उपयोग का अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि ऐसा करने से मिट्टी की उपजाऊ-क्षमता बढ़ती है । डॉ. त्रिलोचन महापात्र, महानिदेशक (भा.कृ.अनु.प.) ने बैठक की पृष्ठभूमि बताते हुए कहा कि 1974 से इस तरह के बैठकों का आयोजन होता आ रहा है। महानिदेशक ने जलवायु अनुकूल फसलों पर जोर दिया। श्री संजय कुमार सिंह, अतिरिक्त सचिव (कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग) एवं सचिव (भा.कृ.अनु.प.) ने सभी गणमान्य अतिथियों का आभार प्रस्तुत किया। बैठक में भा.कृ.अनु.प. के उप महानिदेशकों, अतिरिक्त महानिदेशकों, भा.कृ.अनु.प.-संस्थानों के निदेशकों, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपतियों, राज्य सरकार के अधिकारियों तथा केवीके के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज की।

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