आर.बी.आई. की 80वीं वर्षगांठ किसानों को कर्ज देने और वसूली में ध्यान रखें बैंक : श्री मोदी
मुम्बई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसान आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए गत दिनों बैंकों से आग्रह किया कि कर्ज देने तथा वसूली में गरीब किसानों का ध्यान रखें। उन्होंने कहा- जब रिजर्व बैंक 80 साल के होने का जश्न मना रहा है, तब क्या हम यह सोच सकते हैं कि हमें अपने बैंकिंग सेक्टर का इतना विस्तार करना होगा जिससे कि किसान कर्ज बोझ के कारण आत्महत्या नहीं करे। क्या हमारा यह सपना नहीं होना चाहिए?… मैं नहीं सोचता कि गरीबों की मदद करने से बैंक दिवालिया हो जाएगा। केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस तथा आरबीआई के गवर्नर श्री रघुराम राजन की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों की दुर्दशा से बैंकिंग सेक्टर की अंतरात्मा झकझोरित होना चाहिए। श्री मोदी ने कहा- ‘हमारे किसान आत्महत्या करते हैं। इसका दर्द सिर्फ अखबारों और टीवी तक सीमित नहीं होना चाहिए। जब किसान मरते हैं, क्या बैंकिंग सेक्टर की अंतरात्मा नहीं झकझोरिती है? क्योंकि साहूकारों से कर्ज लेने के कारण उन्हें मौत का सामना करना पड़ता है।’ उन्होंने रिजर्व बैंक को अगले बीस साल के लिए वित्तीय समावेशी रोडमैप तैयार करने का निर्देश देते हुए यह भी सुझाव दिया कि भारतीय मुद्रा देसी कागज और इंक से मुद्रित होना चाहिए।