State News (राज्य कृषि समाचार)

यलो मोजेक वायरस से पीली पड़ रही सोयाबीन फसल

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23 अगस्त 2022, देपालपुर: (शैलेष ठाकुर, देपालपुर ) यलो मोजेक वायरस से पीली पड़ रही सोयाबीन फसल – कृषक जगत 23 अगस्त : किसानों की नियति में संघर्ष ही लिखा है। हर समय कुछ न कुछ मार झेलते रहते हैं । कभी प्रकृति की, तो कभी उचित दाम न मिलने की मार। इससे किसानों का मनोबल कमज़ोर नहीं हुआ ,बल्कि मज़बूत हुआ है और वह कड़ी मेहनत और नई तकनीकों के साथ अपनी फसल को कीटों व रोगों से बचाने के प्रयत्न करता रहता है। अब देपालपुर तहसील में कई किसानों के यहां यलो मोजेक वायरस के कारण सोयाबीन फसल के पीली पड़ने के मामले सामने आए हैं।

उल्लेखनीय है कि ग्राम गुडर में श्री मुंशीलाल की 3 बीघा,श्री पप्पू मदरूसिंह की 4 बीघा, श्री अर्जुन मांगीलाल की 5 बीघा,राधा बाई अर्जुन की 4 बीघा की सोयाबीन फसल वायरस के कारण पीली पड़ गई है। वहीं बड़ोली के श्री विष्णु तंवर ने जानकारी दी कि हमारे यहां श्री मोहन पंवार,श्री रामप्रसाद मंडलोई, श्री लाखन मकवाना,श्री रमेश मंडलोई आदि के खेत में भी यलो मोजेक वायरस के कारण नुकसान हुआ है।ग्राम काई में श्री सीताराम भगत की 9 बीघा ,श्री कैलाश राठौर पूर्व सरपंच के 2.5 बीघा,में नुकसान हुआ है। पितावली, जमगोदा में भी सोयाबीन के कुछ खेत पीले पड़ रहे हैं । इस क्षेत्र में फसल करीब 62 दिन की हो गई है। किसान अपनी फसल को असमय पीली पड़ते देख दुखी है।वायरस का प्रकोप बढ़ने से उत्पादन पर बहुत असर होगा । कुछ खेतों में वायरस का प्रकोप 40 प्रतिशत तक है।

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क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री राजेंद्र चौधरी ने बताया कि काई, कटकोदा, गुडर के खेतों के भ्रमण में सफेद मच्छर ,मक्खी और अधिक नमी के चलते फसल में यलो मोजेक के प्रकोप का अनुमान है। करीब 100 हेक्टेयर प्रभावित क्षेत्र में नुकसान का अनुमान है। किसानों को थायोमेथाक्सम+ लेम्बडा सायहेलोथ्रीन 150 से 200 मिली / हेक्टेयर या बीटासायफ्लूथ्रीन + इमीडाक्लोप्रीड 350 मिली / हेक्टेयरऔर फंगीसाइड हेक्साकोनाजोल या,प्रोपिकोनाजोल का प्रयोग करने के लिए कहा है। वहीं एक अन्य ग्रामीण कृषि अधिकारी श्री डीके तिवारी ने बताया कि उनके कार्य क्षेत्र के गांवों गोकलपुर, बिरगोदा, सांतेर, कुनगारा से अभी पीला मोजेक की कोई शिकायत नहीं आई है। थोड़ी बहुत तो जल भराव से भी सोयाबीन पीली पड़ जाती है।

वरिष्ठ विकास अधिकारी श्री एमके तोमर ने कृषक जगत को बताया कि पीला मोजेक वायरस की समस्या को लेकर फील्ड में भ्रमण कर रहा हूं। अब गौतमपुरा क्षेत्र में जा रहा हूँ। इस विषय में विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र अग्रेषित कर दिया है। किसानों को साफ मौसम में कीटनाशक एवं फंगीसाइड का स्प्रे करने की सलाह दी है। किसान ,मौसम साफ हो तभी स्प्रे करें । स्प्रे के दौरान बारिश होने से स्प्रे का कोई महत्व नहीं रहता है।

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One thought on “यलो मोजेक वायरस से पीली पड़ रही सोयाबीन फसल

  • Sir yellow mosaic virus ke liye monocrotophos with hexaconazole carbendazim antibiotics ke sath treatment kare phayda hoga

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