बुरहानपुर में ‘महिला किसान सम्मेलन’ का आयोजन
10 मार्च 2025, बुरहानपुर: बुरहानपुर में ‘महिला किसान सम्मेलन’ का आयोजन – महिलाओं के लिए खेती में स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कृषि तकनीकी प्रबंधन समिति (आत्मा), उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया एवं महिलाओं का सम्मान भी किया गया। महिला किसान सम्मेलन में जैविक खेती के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में बुरहानपुर विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती अनिता यादव, जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री हर्ष सिंह, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लता शरणागत, अपर कलेक्टर श्री वीरसिंह चौहान, एसडीएम श्रीमती पल्लवी पुराणिक, उपसंचालक कृषि श्री एम.एस. देवके उद्यानिकी उपसंचालक श्री राजू बड़वाया, डॉ. कार्तिकेय सिंह, गणमान्य नागरिकगण सहित जिले के प्रगतिशील महिला कृषक उपस्थित रही।

विधायक श्रीमती चिटनीस ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेती में महिलाओं की भागीदारी है। महिलाएं तकनीकी ज्ञान, बीज संरक्षण, खेती की नई पद्धति के बारे में जानकारी स्वरोजगार उत्पन्न कर सकती है। उन्होंने टिकाऊ खेती, रसायन मुक्त, जैविक खेती-प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि, खेती के साथ-साथ पशुपालन अपनाकर आय के स्त्रोत बढ़ा सकते है। कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने कहा कि, महिलाओं का जीवन स्तर सुधारने के लिए कृषि एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा तकनीकी खेती को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं चलाई जा रही है। इन योजनाओं का लाभ लेकर प्रगति की ओर बढ़ा जा सकता है। जिससे स्वरोजगार के अवसर तो उत्पन्न होंगे ही ,आर्थिक रूप से भी संपन्न होंगे।
महिला किसान सम्मेलन में विषय विशेषज्ञ के रूप में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संदीप सिंह ने महिलाओं के लिए खेती में स्वरोजगार के अवसर पर प्रकाश डाला। कृषि विज्ञान केन्द्र जिला बुरहानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संदीप सिंह ने महिला किसानों के लिए खेती में स्वरोजगार के अवसर कैसे उत्पन्न हो इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि, महिला कृषक जैविक खेती की कृषि आदान सामग्री स्वयं बनाकर जैसे-ट्रायकोडर्मा , एजोटोबैक्टर, पीएसबी, एजोला आदि का उत्पादन कर कृषि में लगने वाली लागत को कम कर सकती है।
श्री राजेश चतुर्वेदी ,बीज प्रमाणीकरण भोपाल द्वारा बताया गया कि, जिले में महिला समूह के रूप में बीज उत्पादन कार्यक्रम लेकर कृषि आदान में बीज पर लगने वाले 50 प्रतिशत लागत को कम कर सकती है। उन्होंने बीज प्रमाणीकरण की विस्तृत जानकारी दी।
दमोह के प्रगतिशील कृषक श्रीराम कुरेरिया ने जैविक खेती के फायदे एवं तकनीक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने केंचुआ खाद, बीजामृत, जीवामृत, घन जीवामृत, नीमास्त्र, दशपर्णी इत्यादि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। विभागों द्वारा स्टॉल भी लगाये गये। तेजस्वनी नारी चेतना सेवा संघ सचिव जिला डिंडोरी से श्रीमती रेखा पंद्राम ने मिलेट्स के तहत श्री अन्न जैसे-कोदो, कुटकी, रागी, चीना, सांवा, ज्वार, बाजरा आदि के उत्पादन एवं खेती के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देकर मिलेट्स से होने वाले लाभ बताकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि, श्री अन्न उत्पादन का कार्य प्रारंभिक तौर पर 1500 महिलाओं को समूह में जोड़कर प्रारंभ किया गया। वर्तमान में 7 हजार से अधिक महिलाऐं जुड़कर इस क्षेत्र में कार्य कर रही है। सम्मेलन में विभागों द्वारा स्टॉल भी लगाए गए ।
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