महिला कृषि वैज्ञानिकों ने विश्वभर में अपनी छाप छोड़ी है – डॉ. बिसेन
जनेकृविवि में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस
9 मार्च 2022, जबलपुर । महिला कृषि वैज्ञानिकों ने विश्वभर में अपनी छाप छोड़ी है – डॉ. बिसेन – अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में विशेष सत्र में महिला सषक्तिकरण विषय पर आयोजित सेमीनार में मुख्य अतिथि कुलपति डॉं. प्रदीप कुमार बिसेन ने कहा कि जनेकृविवि की महिला कृषि वैज्ञानिक एवं प्राध्यापिकों ने कृषि अनुसंधान और षिक्षा के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सशक्त पहचान कायम की है। एक नारी में पूरे परिवार और समाज को सशक्त, शिक्षित और समृद्ध करने की शाक्ति और सामर्थ्य होती है। उन्होंने महिलाओं को कृषि उद्यम के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण के मार्ग भी सुझाये और महिलाओें को प्रतिस्पर्धा के दौर में आगे आने का आव्हान किया।
सेमीनार कि मुख्य वक्ता डॉं. (श्रीमति) राजलक्ष्मी त्रिपाठी विभागाध्यक्ष मोहनलाल हरगोविन्द्र दास गृह विज्ञान महाविद्यालय जबलपुर ने कहा कि हमारी संस्कृति ने हमें सशक्त जन्मा है। आज ही प्रण करें कि आप कभी भावुक नहीं होंगी। इससे नारी कमजोर होती है। आज की महिला पूर्णतः सबला है।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉं. अमित कुमार शर्मा ने कहा कि यह 21 दिनी आयोजन के तहत आज महिला सषक्तिकरण सेमीनार रखा गया है। इसमें हर दिन राष्ट्रीय और अर्न्तराष्ट्रीय स्तर के विविध क्षेत्रों के विद्धतजन व्याख्यान के साथ छात्रों का मार्गदर्षन करेंगे। इस मौके पर कृषि एवं कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय की महिला प्राध्यापक, कृषि वैज्ञानिक एवं छात्र-छात्राओं से विवेकानन्द सभागार ठसाठस भरा था। जबकि जनेकृविवि से संबंद्ध अन्य कृषि महाविद्यालय, रीवा, टीकमगढ़, गंजबसौदा, वारासिवनी (बालाघाट), पवारखेड़ा (होषंगाबाद), रहली (सागर) एवं खुरई (सागर) के सैकड़ों छात्र-छात्रायें ऑनलाईन जुडे़। इस मौके पर अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डॉं. शरद तिवारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉं. अनीता बब्बर, कृषि विज्ञान केन्द्र की प्रमुख डॉं. रष्मि शुक्ला, नाहेप प्रोजेक्ट के मुख्य अन्वेषक डॉं. आर.के. नेमा आदि मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉं. सीमा नवेरिया एवं आभार प्रदर्षन डॉ. षरद तिवारी अधिष्ठाता कृषि संकाय ने किया।
महत्वपूर्ण खबर: 2 से 2.5 लाख रुपए महीना कमाते हैं पटलावदा के परमार