State News (राज्य कृषि समाचार)

राजस्थान में पशुपालन विकास के नए रास्ते खुले : श्री कुणाल

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पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग की बजट घोषणा समीक्षा

18 मई 2023, जयपुर । राजस्थान में पशुपालन विकास के नए रास्ते खुले : श्री कुणाल – पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग के शासन सचिव श्री कृष्ण कुणाल ने कहा कि राज्य में पशुपालन के क्षेत्र में लगातार सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं। जिसके तहत अब राज्य में पशुपालन के समग्र विकास के लिए नए रास्ते खुले हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी नीतियों में हमेशा से ही पशुपालकों को महत्वपूर्ण स्थान दिया है, इसलिए शीघ्र ही प्रक्रियाधीन बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की जाकर आधिकाधिक पशुपालकों को लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित करना होगा। इस मौके पर उन्होंने राज्य में खोले जाने वाले भ्रूण प्रत्यारोपण केंद्र एवं बायो सिक्योरिटी लैब-3 की समीक्षा भी की।

शासन सचिव पशुधन भवन में पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग की बजट घोषणाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने वर्ष 2019-2020 से लेकर वर्ष 2022-2023 तक की बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य का पशुपालक राज्य सरकार की योजनाओं एवं मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पशुपालकों के प्रति कल्याणकारी सोच से वाकिफ है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक पशुपालक को विभाग की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाये।

शीघ्र ही 108 की तर्ज पर 102 मोबाइल वेटेनरी सेवा होगी शुरू 

इस मौके पर शासन सचिव ने कहा कि राज्य में अब 108 की तर्ज पर 102 मोबाइल वेटेनरी सेवा शुरू की जाएगी। इस सेवा के तहत पशुपालकों को उनके पशुओं का इलाज समय पर बिना किसी परेशानी के उनके घर पर मिल सकेगा। 

समय पर टीकाकरण से रोगमुक्त पशुपालन होगा संभव

श्री कुणाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पशुओं के टीकाकरण एवं सामयिक दवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।  चूरू में शीघ्र ही स्थापित होगी एक्वाकल्चर लैब- श्री कुणाल ने कहा कि बजट घोषणा के तहत चूरू में शीघ्र ही एक्वाकल्चर लैब की स्थापना की जाएगी जिससे प्रदेश में बेहतर मत्स्य पालन हो सकेगा । 

इस मौके पर मत्स्य पालन विभाग के निदेशक श्री मेघराज सिंह रतनू, उप सचिव श्रीमती कश्मी कौर, पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. भवानी सिंह राठौड़, वित्तीय सलाहकार श्री मनोज शांडिल्य सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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