गेहूं की फसल की स्थिति अच्छी, तापमान है सामान्य
25 फ़रवरी 2025, भोपाल: गेहूं की फसल की स्थिति अच्छी, तापमान है सामान्य – देश के कृषि विभागीय सचिव देवेश चतुर्वेदी ने देश में इस साल पैदा होेने वाली गेहूं की फसल की स्थिति को अच्छी बताया है और कहा है कि दिन रात का तापमान भी सामान्य है। देश में इस साल गेहूं की अच्छी फसल होने की संभावना है। अधिक रकबे में खेती और अनुकूल मौसम की स्थिति के कारण देश में चालू रबी सत्र के दौरान गेहूं की अच्छी फसल होने के आसार हैं।
कृषि मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार देश में वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड 1,132.92 लाख टन गेहूं का उत्पादन किया था। वर्ष 2024-25 (जुलाई-जून) के रबी सत्र में गेहूं का रकबा 320 लाख हेक्टेयर रहा, जबकि पिछले साल यह रकबा 315.63 लाख हेक्टेयर था। कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने भी अधिक रकबे के कारण वर्ष 2024-25 में गेहूं का अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि अब तक फसल की स्थिति अच्छी है और दिन-रात का तापमान सामान्य है।
भाव नियंत्रित रखने के लिए आदेश
इधर गेहूं के भाव नियंत्रित रखने के लिए सरकार ने बड़ा आदेश जारी किया है। गेहूं की नयी फसल की कटाई मार्च के अंत से शुरू होती है। इसके पहले केंद्र ने कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं और प्रसंस्करण करने वालों के लिए गेहूं भंडारण की सीमा सख्त कर दी। सरकार ने साथ ही कहा कि देश में खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार है। केंद्र सरकार ने कहा कि 31 मार्च तक लागू रहने वाली संशोधित भंडारण सीमा के अनुसार व्यापारी/थोक विक्रेता केवल 250 टन गेहूं रख सकते हैं। पहले के मानदंड के अनुसार यह सीमा 1,000 टन थी। खुदरा विक्रेताओं के लिए भंडारण की सीमा को पांच टन से घटाकर चार टन कर दिया गया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के निरंतर प्रयासों के तहत केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2025 तक लागू गेहूं की स्टॉक सीमा को संशोधित करने का फैसला लिया है। बड़े खुदरा बिक्री श्रृंखला के लिए, प्रत्येक बिक्री केन्द्र के लिए स्टॉक सीमा चार टन होगी, जो उनके सभी बिक्री केन्द्र और डिपो पर अधिकतम मात्रा (चार गुना आउटलेट की कुल संख्या) टन स्टॉक के अधीन होगी। सभी गेहूं स्टॉकिंग संस्थाओं को गेहूं स्टॉक सीमा पोर्टल पर पंजीकरण करना और हर शुक्रवार को स्टॉक की स्थिति को अपडेट करना जरूरी है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: