प्रदेश में गेहूं का रकबा बढ़ेगा : श्री मोहन लाल
संचालक कृषि ने बताया कि रबी के लिये मौसम अनुकूल है इस वर्ष 117.16 लाख हेक्टेयर में फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है जबकि गत वर्ष 108.88 लाख हेक्टेयर में बोनी की गई थी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मुख्यत: अनाज एवं दलहनी फसलों का रकबा बढ़ाया गया है। गेहूं का रकबा 64.22 लाख हेक्टेयर किया गया है। जबकि गत वर्ष 59.11 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया था। श्री मोहन लाल ने बताया कि अब तक राज्य में 6.90 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोनी कर ली गई है। इसमें गेहूं 1.34 लाख हेक्टेयर, चना 3.34, मटर 51 हजार, मसूर 78 हजार एवं सरसों की बोनी 69 हजार हेक्टेयर में की गई है। उन्होंने बताया कि यह प्रारंभिक दौर है शीघ्र ही बुवाई की रफ्तार तेज होगी।
बीज के संबंध में संचालक कृषि ने बताया कि इस वर्ष कुल 20 लाख 82 हजार क्विंटल बीज किसानों को उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। जिसमें सरकारी एवं निजी संस्थाएं शामिल हैं। इसमें मुख्यत: गेहूं का बीज 16 लाख 11 हजार क्विंटल से अधिक वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें गेहूं की ऊंची किस्म का बीज 89 हजार 900 क्विंटल एवं बोनी किस्मों का बीज 15 लाख 22 हजार क्विंटल वितरित किया जाएगा।
श्री मोहनलाल ने बताया कि इस वर्ष खाद की पर्याप्त व्यवस्था की गई है, किसानों को खाद की कमी नहीं पड़ेगी। उन्होंने बताया कि सहकारी एवं निजी क्षेत्रों द्वारा मुख्य उर्वरक वितरण की व्यवस्था की गई है। इस वर्ष यूरिया 14.50 लाख मी. टन, डीएपी 6 लाख मी.टन, कॉम्पलेक्स 1.75 लाख मी. टन, एमओपी 50 हजार मी.टन एवं एसएसपी 7.50 लाख मी. टन वितरण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों को उर्वरक वितरण के लक्ष्य उपलब्ध करा दिए गए हैं।