इस बार क्या होगा गेहूं का एमएसपी, सीएम ने किसानों को यह बताया
13 फ़रवरी 2025, भोपाल: इस बार क्या होगा गेहूं का एमएसपी, सीएम ने किसानों को यह बताया – मध्यप्रदेश के किसानों के लिए राज्य के सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने बड़ी घोषणा की है और यह घोषणा है समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की राशि की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा करते हुए कहा कि इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी की MSP 2600 रुपए प्रति क्विंटल होगा और अगले बार इसे बढ़ाकर 2700 रुपये प्रति क्विंटल किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री ने किसानों को मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत एक कार्यक्रम में कहीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के 81 लाख किसानों के बैंक खातों में 1624 करोड़ रुपए की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की। किसानों को यह राशि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत जारी की गई है। इस योजना के तहत किसानों को अब तक 11 किस्तें दी जा चुकी है। इस वर्ष 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए निर्धारित किया है, जो पिछले साल से 150 रुपये अधिक है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद यह साफ नहीं है कि इस वर्ष एमपी के किसानों को गेहूं की खरीद पर बोनस दिया जाएगा या अगले साल के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2600 रुपये प्रति क्विंटल किया जाएगा। यदि मध्य प्रदेश सरकार इस वर्ष किसानों से 2600 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं की खरीद करती है तो इसके लिए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि की MSP पर 175 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बोनस देना होगा। जिससे किसानों को काफी फायदा मिलेगा। बता दें की अभी मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के लिए पंजीयन का कार्य किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 फरवरी तक राज्य के 62 हजार 77 किसानों ने एमएसपी पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन करवाया है। यदि सरकार इस सीजन में गेहूं की खरीदी 2600 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से करती है तो उन किसानों को ही इसका लाभ मिलेगा जो एमएसपी पर गेहूं बेचने के लिए पंजीकृत होंगे।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: