धान किसानों के लिए चेतावनी: मेलिओइडोसिस से रहें सावधान
20 सितम्बर 2025, भोपाल: धान किसानों के लिए चेतावनी: मेलिओइडोसिस से रहें सावधान – धान की खेती करने वाले किसानों के लिए खतरे की घंटी बज गई है। एम्स भोपाल की ताज़ा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में धान की खेती से जुड़े किसानों में ‘मेलिओइडोसिस’ नामक संक्रामक रोग के मामले बढ़ रहे हैं।
बीमारी का कारण और लक्षण – यह रोग बर्कहोल्डरिया स्यूडोमैली नामक बैक्टीरिया से होता है, जो धान के खेतों की संक्रमित मिट्टी और पानी में पाया जाता है। इसके प्रमुख लक्षण लंबे समय तक या बार-बार बुखार रहना, लगातार खांसी (टीबी जैसी), सांस लेने में कठिनाई और सीने में दर्द होना है। कई मामलों में टीबी की दवा लेने पर भी रोगियों की स्थिति में सुधार नहीं होता। धान की खेती में किसानों का सीधे मिट्टी और पानी से संपर्क होता है, जिससे संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, डायबिटीज से पीड़ित और अधिक शराब सेवन करने वाले व्यक्तियों में यह बीमारी और गंभीर हो सकती है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस गंभीर स्थिति पर संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और कृषि विभाग को संयुक्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में जांच, किसानों को जागरूक करने और चिन्हांकित रोगियों के तत्काल उपचार पर विशेष जोर देने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि “किसानों का स्वास्थ्य और समृद्धि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”सरकार ने किसानों से खेतों में काम करते समय दस्ताने और बूट का उपयोग करने, लगातार बुखार और खाँसी जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराने और समय पर उपचार लेने की अपील की है।
आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture