राज्य कृषि समाचार (State News)

भोपाल से निर्देश का इंतजार, सोयाबीन किसान हैं बेकरार

15 प्रतिशत नमी वाली सोयाबीन खरीदी आदेश

24 दिसंबर 2024, इंदौर: भोपाल से निर्देश का इंतजार, सोयाबीन किसान हैं बेकरार – मप्र सरकार को इस बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए , ताकि किसानों में असमंजस न रहे। बता दें कि किसानों की यह दशा सोचाबीन उत्पादक सभी जिलों में है। इसे लेकर अधिकारी भी लिखित आदेश पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि आदेश के अभाव में किसान परेशान हो रहे हैं।

वर्तमान में संचार के आधुनिक साधनों से कोई भी समाचार अथवा आदेश पाल भर में अपने गंतव्य पर पहुँच जाता है. लेकिन या कितने अचरज की बात है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा एक माह पूर्व किसानों से 15 प्रतिशत नमी वाले सोयाबीन को खरीदी केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर खरीदी के निर्देश राज्य सरकारों को दिए गए थे, लेकिन इसका उनके गृह राज्य मप्र में ही पालन नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में कृषि विभाग, मप्र, भोपाल से राज्य के सोयाबीन खरीदी केंद्रों को कोई फरमान नहीं भेजा गया और वे आज भी 12% तक नमी वाली सोयाबीन किसानों से खरीद रहे हैं। इस कारण सोयाबीन किसान परेशान हैं और अपनी उपज व्यापारियों को समर्थन मूल्य से कम कीमत पर बेचने को मजबूर हो रहे हैं।

मप्र में पालन नहीं

ओखनीय है कि सरकार द्वारा पहले समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी में न्यूनतम नमी 12 प्रतिशत तय की गई थी, लेकिन सोयाबीन में नमी 12 प्रतिशत से ऊपर यानी 13 से 15 प्रतिशत तक आने पा किसानों द्वारा सरकार से सोयाबीन की नमी के मापदंड को शिथिल करने की मांग की गई थी। इस पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिसाज सिंह चौहान ने गत नवंबर माह में मप्र सहित अन्य सोयात्रीन उत्पादक राज्यों की सरकारों को सोयाबीन की सरकारी खरीदी 12 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत नमी होने पर खरीदने का आदेश जारी किया था, लेकिन मप्र में ही इसका पालन नहीं किया गया और राज्य के सोयाबीन खरीदी केंद्रों को कोई निर्देश नहीं भेजा गया। आदेश के अभाव में अभी भी सोयाबीन उत्पादक किसानों की 12% से अधिक नमी कली सोयाबीन की खरीदी नहीं किए जाने से किसान परेशान होकर वापस लौट रहे हैं।

आदेश के अभाव में परेशान किसान

खरगोन जिले के श्री अमित चौहान ने कृषक जगत को बताया कि सोयाबीन में 13% नमी निकली तो उसे खरीदी केंद्र वालों ने खरीदने से इंकार कर दिया। जब उन्होंने कहा कि अब केंद्र के आदेश पर 15% नमी वाली सोयाबीन भी एमएसपी पर खरीदी जाए‌गी, तो स्पष्ट कहा कि इस बारे में हमारे पास अभी तक कोई आदेश नहीं आए हैं। खरीदी केंद्रों पर नमी मापने की मशीनों में अंतर आने से भी प्रायः विवाद की स्थिति निर्मित होती है। श्री बबन पाटीदार, धरगांवय ने कहा कि खरीफ में सोयाबीन की तीन किस्म एनआरसी 150 में एस-2172 और 2218 लगाई थी। 200 किंटल सोयाबीन एकत्रित की है, जिसे समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदों केंद्र पर बेचना है। लेकिन सोयाबीन की नमी का मुद्दा अभी सुलझा नहीं है. इसलिए अभी पंजीयन नहीं कराया है।

सुश्री चेता सिंह, जिला विपणन अधिकारी, खरगोन ने कृषक जगत को बताया कि 31 मूल्य 4892 रु/क्विंटल की दर दिसंबर तक समर्थन से सोयाबीन की खरीदी की जाएगी। हजार से अधिक पंजीकृत किसानों में से अब तक 2371 किसानों से 51221 किंटल सोयाबीन खरीदी जा चुकी है। किसानों से 12% नमी वाली सोयाबीन की खरीदी की जा रही है। सोयाबीन खरीदी के लिए उपार्जन केंद्रों पर 25 किंटल प्रति कृषक प्रति दिक्स की सीमा निर्धारित है। श्रीमती शर्मिला निनामा मंडी सचिव, खरगोन ने कृषक जगत को बताया कि किसान सीपाबीन कहीं भी बेचने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन कई किसान बैंक को देनदारी से बचने के लिए भी मंडी या बाजार में सीधे सोयाबीन बेच देते हैं, क्योंकि उपार्जन केंद्र पर बेचने पर ऋण की राशि काटकर शेष राशि का किसानों को भुगतान किया जाता है। तो कई किसानों की सोयाबीन की के अनुसार नहीं होती है।

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