‘हरा सोना’ बेचकर मालामाल हो रहे हैं छत्तीसगढ़ के ग्रामीण
24 अगस्त 2024, छत्तीसगढ़: ‘हरा सोना’ बेचकर मालामाल हो रहे हैं छत्तीसगढ़ के ग्रामीण – छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता को हरा सोना के नाम से जाना जाता है। वन्य क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों और ग्रामीणों की जिंदगी में हरा सोना खुशियां ला रहा है। तेंदूपत्ता ग्रामीणों की आमदनी का मुख्य जरिया बन चुका है। छत्तीसगढ़ के तेंदूपत्ता की पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे कई राज्यों में अच्छी मांग है। राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार के समय तेंदूपत्ता के एवज में 4000 रुपये प्रति मानक बोरा मिलता था, जो अब भाजपा के विष्णुदेव साय सरकार में 5500 रुपये के दर पर दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के तेंदूपत्ते की विदेशों में भी मांग बढ़ रही है। बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और अफगानिस्तान जैसे कई मुल्कों में भारत से तेंदूपत्ता भेजा जा रहा है। मौजूदा समय में तेंदूपत्ता ग्रामीणों की आमदनी का मुख्य स्त्रोत बन चुका है। सीजन 2024 में बस्तर के 36 हजार से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहकों को 12 करोड़ रुपए से ज्यादा पारिश्रमिक राशि का भुगतान हुआ है। तेंदूपत्ता की खेती में छत्तीसगढ़ राज्य को अव्वल माना जाता है और इस पत्ते का सबसे ज्यादा उपयोग बीड़ी बनाने में किया जाता है।
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