राज्य कृषि समाचार (State News)उद्यानिकी (Horticulture)

शहरों के आसपास सब्जी क्लस्टर विकसित होंगे

उद्यानिकी विभाग देगा 40 प्रतिशत तक अनुदान

03 नवंबर 2025, भोपाल: शहरों के आसपास सब्जी क्लस्टर विकसित होंगे – प्रदेश में बढ़ते शहरीकरण में स्वास्थ्य जागरुकता और पोषणयुक्त आहार की मांग को ध्यान में रखते हुए बड़े शहरों के आसपास देशी-सब्जियों की उन्नत किस्म के क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत देशी-सब्जियों को स्थानीय जलवायु परिस्थितियों के अनुसार उत्पादन प्रोत्साहन का काम उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जा रहा है। यह जानकारी नवनियुक्त आयुक्त सह-संचालक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री अरविन्द कुमार दुबे ने दी। श्री दुबे अपर सचिव मुख्यमंत्री तथा प्रबंध संचालक राज्य कृषि उद्योग विकास निगम भी हैं।

नवनियुक्त आयुक्त उद्यानिकी श्री अरविन्द दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत शहरी क्षेत्र के आसपास देशी सब्जियों की नई एवं उन्नत किस्म के उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है। विभाग द्वारा सभी 10 संभागों के जिलों के नगरीय क्षेत्र के आसपास परंपरागत सब्जियों की नवीन उन्नत किस्म को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसमें तोरई/गिलकी, परवल, चिचिंडा, लौकी, करेला, टिंडा, खोरा, बैंगन, मुनगा, कुंदरु, चौलाई, पालक, पोई साग, गरूणी/भाजी, कचरी, अरबी, शकरकंद, कसावड़ तथा कटुक स्टार गूसबेरी सब्जी फसलों के उत्पादन पर अनुदान सहायता दी जा रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए सब्जी उत्पादकों को एमपी एफएसटाएस पाटल पर आनलाइन आवेदन करना होता है। परियोजना के तहत हितग्राहियों को प्रति हेक्टेयर निर्धारित इकाई लागत 60 हजार प्रति हेक्टेयर पर 40 प्रतिशत 24 हजार रुपए तक अनुदान दिया जाता है। आयुक्त श्री दुबे ने बताया कि योजना से जुड़ने के लिए कृषक के पास स्वयं की भूमि और सिंचाई सुविधा होना चाहिए।

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