राज्य कृषि समाचार (State News)

दतिया जिले के किसानों को सम सामयिक सलाह

08 सितम्बर 2025, दतिया: दतिया जिले के किसानों को सम सामयिक सलाह – उपसंचालक किसान कल्याण कृषि विभाग दतिया द्वारा   किसानों को  समसामयिक सलाह दी जाती है कि वर्तमान में जिला दतिया में धान एवं  मूंगफली की खेती का क्षेत्रफल सर्वाधिक है चूँकि अत्यधिक वर्षा के कारण अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है एवं अधिकांश क्षेत्रों में अन्य फसलों की बोनी भी प्रभावित रही है।

वर्तमान में धान की फसल में खरपतवार, कीट एवं रोग का प्रभाव देखा जा सकता है। जिससे बचाव के लिए  किसान देरी से बोई गई धान की फसल में खरपतवार उन्मूलन हेतु हाथ से निराई एवं कोनीवीडर का प्रयोग करें साथ ही खरपतवारनाशी बिसपाईरीबैक सोडियम 10 प्रतिशत एससी 250 मिली/हैक्टेयर की दर से रोपाई के 15-25 दिनों के भीतर छिड़काव करें। धान में तना छेदक कीट जिसकी पहचान शुरूआती अवस्था में पत्तियों पर सफेद लकीरें दिखाई देती है, बीच की पत्ती सूख जाती है एवं बालियां बनते समय सफेद रंग की पड़ जाती है और दाना नहीं बनता है। इसके उपचार के लिए वर्तमान में रासायनिक कीटनाशी क्योरेन्ट्रनिलीप्रोले 15.5 प्रतिशत एससी 150 मिली, हेक्टेयर अथवा लेम्डा साईलोथ्रिन 5 प्रतिशत ईएस 250 मिली/हेक्टेयर की दर से उपयोग करें। कार्टाप हाइड्रोक्लोराइड 50 प्रतिशत एसपी 1 किग्रा./हेक्टेयर की दर से 500 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें।

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धान में गत वर्ष भूरा फुदका का प्रक्रोप जिला दतिया में काफी देखा गया था अतः किसान भाईयों को आगाह किया जाता है कि इस कीट के प्रक्रोप की शुरूआत होते ही तत्काल प्रबंधन की आवश्यकता है। यह कीट के प्रक्रोप से पत्तियां पीली पड़ जाती है, पौधे झुक जाते है और मर जातेे है इसकी शुरूआत निचली पत्तियों से होती है और धीरे-धीरे पूरे खेत में फैलता है। इसके निदान हेतु पाइमेट्रोजिन 50 प्रतिशत डब्लूजी, 300 ग्राम/हेक्टेयर अथवा एसिटामिप्रिड 20 प्रतिशत एसपी ग्रा./हेक्टेयर 500 पानी के साथ छिड़काव करें। मूंगफली में पत्तियों पर छोटे बड़े गाडे भूरे कलर के धब्बे देखे जा रहे है जिसके निदान हेतु हेक्जाकोनाजोल 5 प्रतिशत एससी अथवा टेबूकोनाजोल 25.9 प्रतिशत एससी अथवा प्रोपीकोनाजोल 25 प्रतिशत एससी 1 मिली/ली की दर से छिड़काव करें।

जो किसान भाई सब्जी उत्पादन हेतु नर्सरी की तैयारी कर रहे है। वह अपनी नर्सरी जमीन से 6 इंच ऊंची बनाए। अच्छे सड़ेगोबर की खाद का प्रयोग करें साथ ही ही बीज उपचार करे ही बोये। जबाव होनके के 5 से 7 दिन उपरांत एक छिड़काव कार्बेन्डाजिम प्लस मैन्कोजेब दवा 1 ग्राम/लीटर पानी के साथ छिड़काव करें। 3 से चार दिन उपरांत इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत 3 मिली/15 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें। आवश्यकता पड़ने पर 15 दिन उपरांत इन दवाओं को दोबारा प्रयोग में लाये। जिन भाइयों का खेत अत्यधिक वर्षा के कारण नष्ट हो गया अथवा बुवाई नहीं हो पाई वह आगामी रबी की तैयारी हेतु फसलों के उन्नत बीज की व्यवस्था करें। किसान कृषि संबंधी अधिक जानकारी हेतु कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग एवं पशुपालन विभाग से सम्पर्क कर प्राप्त कर सकते  हैं ।

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