राज्य कृषि समाचार (State News)

मानसून के समय बढ़ जाता है टाइफाइड का खतरा

21 अगस्त 2024, भोपाल: मानसून के समय बढ़ जाता है टाइफाइड का खतरा – बारिश के मौसम में वायरल, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया इत्यादि बीमारियां तेजी से फैलने लगी हैं। इसी के साथ टाइफाइड के भी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ जाती है, हालांकि यह सामान्य रोग है और डॉक्टर के देखरेख के बाद मरीज ठीक भी हो जाता है परंतु फिर भी लापरवाही बरतने के कारण गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। डॉ. नवीन कुमार, सीनियर कंसलटेंट मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के अनुसार, टाइफाइड बैक्टीरिया और गदगी की वजह से होता है, जो आमतौर पर दूषित खाने और पानी पीने के कारण फैलता है। इस बुखार का कारण (साल्मोनेला टाइकी) नामक बैक्टीरिया का संक्रमण होता है। टाइफाइड में बहुत तेज बुखार आता है और यह बुखार कई दिनों तक बना रहता है। मानसून के समय टाइफाइड के बुखार में लापरवाही नहीं बरतें और इससे बचने के लिए निम्न बातों को ध्यान में रखें।

टाइफाइड के लक्षणों पर नजर रखें

मानसून के समय आपको टाइफाइड के लक्षण पर नजर रखना होगा। सबसे पहले आपको यह ध्यान रखना होगा कि टाइफाइड के लक्षण आखिर क्या है और यदि जैसे ही आपको इसके लक्षण दिखे तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें। टाइफाइड के रोगी में बैक्टीरिया के संपर्क में आने के लगभग एक-दो हफ्ते बाद लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जैसे- तेज बुखार, बार बार बुखार का आना और जाना, बुखार का नियमित बने रहना, सिरदर्द, कब्ज या डायरिया, भूख ना लगना, लिवर और स्प्लीन का बढ़ जाना, सीने पर लाल रंग के निशान, थकान, ठंड लगना, दर्द और कमजोरी महसूस होना, पेट में दर्द होने पर तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें और उन्हीं के परामर्श के अनुसार दवाड्या लें।

टाइफाइड से कैसे बचा जा सकता है?

डॉ. पंकज बर्मा, सीनियर कंसल्टेंट, इन्टर्नल मेडिसिन, नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम के अनुसार-

  • टाइकाइड से बचने के लिए आपको गंदगी से बचना पड़ेगा अपने आसपास साफ सफाई रखना पड़ेगा और खासकर भोजन व पानी स्वच्छ लें तभी आप कुछ हद तक टाइफाइड से बच सकते हैं।
  • मानसून के समय बाहर के खाने से बचें, क्योकि बाहर संक्रमण फैलने का खतरा तेज रहता है। यदि बाहर खा पी रहे हैं तो किसी अच्छी जगह भोजन करें यहां साफ- सफाई बेहतर हो।
  • जिस व्यक्ति को पहले टाइफाइड हो चुका है या जो संक्रमित व्यक्ति है उसका झूठा पानी पीने और खाने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
  • आजकल लगभग सभी घरों में आरओ लगे है. लेकिन मानसून के समय आपको पानी उबालकर पीना सुरक्षित रख सकता है क्योंकि उबले हुए पानी में बैक्टीरिया मर जाते हैं और इससे किसी भी प्रकार की बीमारी फैलने का खतरा नहीं रहता है।
  • फलों एवं सब्जियों को अच्छे से धो कर खाए, क्योंकि इस मौसम में बारीक कीड़े फलों एवं सब्जियों में लग जाते हैं, जो आपके पेट में जाकर फूड प्वाइजनिंग का खतरा भी बढ़ा देते हैं इसलिए मानसून के समय फलों एवं सब्जियों को साफ कर कर ही खाएं।
  • बारिश के दिनों में डेयरी प्रोडक्ट कम मात्रा में खायें खासकर कच्चे दूध से बने पदार्थ, मिठाई, मिल्क शेक, कच्चे दूध का पनीर और पैकेट याला दूध को तो हमेशा उबालकर ही पिएं।
  • शरीर को हमेशा हाइड्रेट रखें, दिन भर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं। यदि घर में किसी भी व्यक्ति को टाइफाइड के लक्षण दिख रहे हों तो उसे ओआरएस का घोल दें, साथ ही अधिक से अधिक साफ पानी पिलाएं और समय रहते डॉक्टर से अवश्य संपर्क तथा डॉक्टर के निर्देशानुसार ही दवाईया लें।

रसोई टिप्स

  • सब्जी में मिर्च अधिक होने पर थोड़ा दही डालकर पका दें।
  • नींबू की बाहरी सतह पर तेल लगाकर फ्रिज में रखें। नीबू अधिक दिनों तक ताजा बने रहेंगे।
  • यदि दी गिलास आपस में फंस गए हैं, तो उन्हें रातभर फ्रिज में रखें सुबह आसानी से अलग हो जाएंगे।
  • चावल बनाने से पहले यदि नमक मिले पानी भिगोकर रखा जाए। तो चावल सफेद बनेंगे।
  • ब्रेड क्रब्स की जगह सूजी या पिसे मुरमुरे काम में लाए जा सकते है I
  • दाल या तरकारी के जल जाने पर टमाटर के छोटे टुकड़े करके साथ में जीरे का बधार डालने से जलने की बदबू दूर हो जाती है।
  • यदि कुचले आलू बहुत नर्म हो जाए, तो सफेद ब्रेड का चूरा डालकर अच्छी तरह मलिए, जिससे आलू सूखे व कुरकुरे हो जाएंगे।
  • घी में पान का पत्ता या नमक का टुकड़ा डाल देने से घी बहुत दिनों तक रखा जा सकता है।
  • मूली की सब्जी बनाते समय थोड़े पालक के पत्ते डालने से सब्जी जल्दी पकती है।
  • जब भी वहीं बड़े बनाने हो तो उसके लिये हमेशा नयी दाल का प्रयोग करें। पुरानी दाल के बड़े बनाने में बड़े मुलायम नहीं बनेंगे।
  • उबलते हुए दूध में चीनी कभी न मिलाएं इससे दूध फटने का खतरा रहता है।
  • सब्जी जल्दी पक जाये और उसकी रंगत बनी रहे। इसके लिये सब्जी पकाते समय उसमें एक वुटकी चीनी डाल दें।
  • यदि टमाटर पिलपिले हो रहे हों तो इन्हें बर्फ के पानी में कुछ देर रख दें। इससे टमाटरों में कड़ापन आ जायेगा।
  • नमक में अक्सर सीलन आ जाती है। इससे बचने के लिये नमक में कुछ चावल के दाने डाल दें।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements