चांदेर के किसानों ने पेश की आत्मनिर्भरता की मिसाल
5 मई 2022, इंदौर । चांदेर के किसानों ने पेश की आत्मनिर्भरता की मिसाल – किसी समस्या के समाधान की सरकार से उम्मीद रखने में कई बार बहुत विलम्ब हो जाता है और लोगों को परेशान होना पड़ता है। लेकिन देपालपुर तहसील के ग्राम चांदेर के कुछ किसानों ने सरकार की ओर मुंह ताकने के बजाय सहकारिता की भावना से स्वयं ही चन्दा एकत्रित कर 4 किमी लम्बे कच्चे मार्ग पर मुरुम डालने का कार्य शुरू किया है, ताकि बारिश के दिनों में खेतों तक आसानी से पहुंचा जा सके। चांदेर के किसानों की आत्मनिर्भरता की यह पहल प्रशंसनीय और अनुकरणीय है।
इस बारे में ग्राम चांदेर के किसान श्री राहुल केलवा ने कृषक जगत को बताया कि 4 किमी लम्बे इस कच्चे मार्ग पर बारिश के दिनों में किसानों को अपने खेतों तक पहुँचने में बहुत परेशानी होती थी। ज़्यादा बारिश होने पर पैदल जाना भी मुश्किल होता था। किसानों को बारिश में अपने खेतों तक पहुँचने के लिए चिकलोंडा-बेटमा रोड और जलोदा होकर करीब 15 किमी का चक्कर काटना पड़ता था। इस समस्या के समाधान के लिए इस मार्ग पर पड़ने वाले खेतों के किसानों ने गत दिनों बैठक की और चंदा इकट्ठा कर इसे ठीक करने का निर्णय लिया। 61 किसानों से उनकी ज़मीन के रकबे के अनुसार 1 हज़ार रुपए प्रति बीघा की दर से राशि ली गई। करीब 7 लाख रुपए एकत्रित हो गए । कुछ किसानों ने अपने रकबे से भी अधिक राशि दी। कल से इस मार्ग पर मुरुम डालने का काम शुरू हो गया है , जो चार दिन में पूरा हो जाएगा। अब यहां के किसानों को बारिश में खेतों तक पहुँचने में परेशानी नहीं होगी।
महत्वपूर्ण खबर: हवा में आलू के बीज उत्पादन की अनूठी एरोपॉनिक तकनीक