हरियाणा में बाजरे के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी, अब किसानों को मिलेगा 2775 रुपए/ क्विंटल लाभ
29 सितम्बर 2025, भोपाल: हरियाणा में बाजरे के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी, अब किसानों को मिलेगा 2775 रुपए/ क्विंटल लाभ – हरियाणा सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने खरीफ सीजन 2025-26 के दौरान बाजरे की खरीद दरों में संशोधन करते हुए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के तहत अधिक लाभ देने की घोषणा की है। अब राज्य में बाजरे की खरीद 2200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी, जो पहले 2150 रुपये प्रति क्विंटल थी। इसके अतिरिक्त, सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत किसानों के बैंक खातों में सीधे 575 रुपये प्रति क्विंटल की राशि स्थानांतरित करेगी। इस तरह कुल मिलाकर किसानों को प्रति क्विंटल 2775 रुपये का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा, जो केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित MSP के बराबर है।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि यह निर्णय बाजरे के बाजार भाव की समीक्षा के बाद लिया गया है। पहले की तुलना में 50 रुपये प्रति क्विंटल की सीधी बढ़ोतरी के साथ किसानों को बेहतर मूल्य मिलेगा। साथ ही, यह व्यवस्था किसानों को सीधा आर्थिक लाभ पहुंचाएगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
निजी व्यापारियों से भी खरीद पर मिलेगा भावांतर लाभ
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई निजी व्यापारी किसानों से बाजरे की खरीद 2200 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक दर पर करता है, तो भी किसानों को भावांतर योजना के अंतर्गत निर्धारित 575 रुपये प्रति क्विंटल की राशि दी जाएगी। इसका सीधा अर्थ यह है कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक लाभ मिल सकता है। यह कदम राज्य सरकार की उस नीति को दर्शाता है जिसमें किसान की आय बढ़ाने और उन्हें बाजरे की वास्तविक कीमत दिलाने की मंशा साफ झलकती है।
23 सितंबर से शुरू हुई खरीद प्रक्रिया
सरकार ने खरीफ सीजन में बाजरे की खरीद की तारीख को भी पहले कर दिया है। पहले यह खरीद 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली थी, लेकिन अब इसे 23 सितंबर से आरंभ कर दिया गया है। राज्य में बाजरे की खरीद के लिए 92 मंडियों और खरीद केंद्रों की स्थापना की गई है। इस वर्ष 5,06,313 किसानों ने “मेरी फसल, मेरा ब्योरा” पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है, जो यह दर्शाता है कि बड़ी संख्या में किसान इस योजना से लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।
राज्य में इस बार हैफेड (HAIC) और हरियाणा राज्य भंडारण निगम बाजरे की खरीद कर रहे हैं। सरकार के इस निर्णय से किसानों को न केवल उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा, बल्कि समय पर भुगतान के माध्यम से उन्हें आर्थिक स्थिरता भी प्राप्त होगी।
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