कृषि महाविद्यालय, जोधपुर के छात्रों ने मुंबई दौरे के दौरान सजावटी मछली पालन पर व्यावहारिक जानकारी हासिल की
29 अप्रैल 2025, मुंबई: कृषि महाविद्यालय, जोधपुर के छात्रों ने मुंबई दौरे के दौरान सजावटी मछली पालन पर व्यावहारिक जानकारी हासिल की – भा. कृ. अनु. प. – केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान, मुंबई ने हाल ही में कृषि महाविद्यालय, जोधपुर (राजस्थान) के स्नातक छात्रों के लिए एक विशेष ज्ञानवर्धक और संवादात्मक सत्र का आयोजन किया। यह सत्र सजावटी मत्स्य पालन के विविध पहलुओं पर केंद्रित था और इसका सफल संचालन संस्थान के शोधार्थी विकास कुमार उज्जैनिया द्वारा किया गया।
इस महत्वपूर्ण सत्र में, उज्जैनिया ने सजावटी मत्स्य पालन के वैज्ञानिक आधार, आर्थिक निहितार्थ और सामाजिक महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने अपने सारगर्भित व्याख्यान में इस उभरते हुए क्षेत्र की अपार संभावनाओं पर जोर दिया, जिसमें स्वरोजगार के अवसर, जैव विविधता का संरक्षण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का विकास शामिल है।
उज्जैनिया ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विभिन्न सजावटी मछलियों की प्रजातियों, उनके पालन की तकनीकों, उचित आवास प्रबंधन और स्वास्थ्य देखरेख जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी साझा की। उन्होंने इस क्षेत्र में नवाचार और तकनीकी प्रगति की भूमिका को भी रेखांकित किया, जो इसे एक आकर्षक और लाभकारी उद्यम बनाता है।
आर्थिक दृष्टिकोण से, छात्रों को सजावटी मछली बाजार के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य से अवगत कराया गया।उज्जैनिया ने विभिन्न व्यावसायिक मॉडल, विपणन रणनीतियों और मूल्यवर्धन की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की, जिससे छात्रों को इस क्षेत्र में उद्यमिता के अवसरों को समझने में मदद मिली।
सजावटी मत्स्य पालन के सामाजिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए, उज्जैनिया ने जैव विविधता के संरक्षण में इसकी भूमिका को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार वैज्ञानिक और टिकाऊ पालन पद्धतियों को अपनाकर प्राकृतिक मत्स्य भंडारों पर दबाव कम किया जा सकता है और जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और आय वृद्धि की संभावनाओं पर भी जोर दिया।
सत्र के दौरान, कृषि महाविद्यालय, जोधपुर के छात्रों ने विषय में गहरी रुचि दिखाई और उत्साहपूर्वक चर्चा में भाग लिया।उन्होंने सक्रियता से प्रश्न पूछे, जिनकी उज्जैनिया ने सहजता और वैज्ञानिक सटीकता के साथ उत्तर दिए, जिससे उनकी जिज्ञासा शांत हुई और विषय की गहरी समझ विकसित हुई।
कार्यक्रम के समापन पर, कृषि महाविद्यालय प्रशासन ने विकास कुमार उज्जैनिया को इस ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सत्र के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।उन्होंने सीफेट, मुंबई के इस सराहनीय पहल की प्रशंसा की, जो छात्रों के शैक्षणिक ज्ञान और करियर विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह सत्र निश्चित रूप से कृषि महाविद्यालय, जोधपुर के छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा होगा, जिसने उन्हें सजावटी मत्स्य पालन के एक नए और आशाजनक क्षेत्र से परिचित कराया।इस प्रकार के सहयोगात्मक प्रयास छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में अवसरों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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