देपालपुर क्षेत्र में अतिवृष्टि से सोयाबीन फसल को हुआ नुकसान
27 सितम्बर 2025, (शैलेष ठाकुर, देपालपुर): देपालपुर क्षेत्र में अतिवृष्टि से सोयाबीन फसल को हुआ नुकसान – क्षेत्र के सोयाबीन किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक ओर अतिवृष्टि ने सोयाबीन फसल को नुकसान पहुंचाया है , वहीं दूसरी ओर किसानों को सोयाबीन फसल का उचित दाम भी नहीं मिल रहा है। इसे लेकर क्षेत्र के किसानों ने अपनी पीड़ा कृषक जगत से साझा की।
बता दें कि इस वर्ष देपालपुर क्षेत्र में सर्वाधिक वर्षा होने से खेतों में पानी भर गया है। जलभराव होने से सोयाबीन के पौधों में गलन शुरू होने तथा दाना भी खराब होने से उत्पादन की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। इससे दाम कम मिलने की आशंका है । गांवों में खेतों तक पहुंचने वाले कच्चे रास्ते भी कीचड़ में बदल गए हैं। ट्रैक्टर और वाहन फंस रहे हैं, जिससे किसानों को खेतों तक पहुँचना मुश्किल हो गया है। खेत से घर तक फसल लाना चुनौती बन गया है। खेत सड़क योजना धरातल पर नहीं उतरने से किसानों की समस्या बढ़ गई है। किसान संगठनों ने सरकार से मांग की है कि अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का त्वरित सर्वे कराया जाए और प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। हालांकि सरकार ने भावान्तर योजना लागू करने की घोषणा की है, लेकिन सोयाबीन की गुणवत्ता खराब होने से किसानों को अधिक लाभ नहीं मिल पाएगा।
सनावदा के श्री नारायण पंवार ने कृषक जगत को बताया कि क्षेत्र में ज्यादा बारिश से सोयाबीन का दाना खराब हुआ है। फसल कटाई में भी देरी हो रही है। खेतों में पानी भरने से आने-जाने में बहुत दिक्कत हो रही है। बिरगोदा के श्री पवन सोनगरा ने बताया कि सोयाबीन की फलियां सड़ और गल रही है । सोयाबीन पक गई है लेकिन खेतों में पानी भरा होने से अभी थ्रेसर ,ट्रैक्टर और हार्वेस्टर खेतों में नहीं जा पा रहे हैं। खेतों के रास्ते बहुत खराब है। पंचायत और सरकार भी ध्यान नहीं देती है। खेत सड़क योजना धरातल पर नहीं उतरने से किसानों की समस्या बढ़ गई है। अब तो किसानों को ही चन्दा करके खेत के रास्ते ठीक करना पड़ेंगे। बोरिया के श्री राहुल मकवाना की सोयाबीन की अगेती और पछेती दोनों किस्में ज्यादा जल भराव के कारण सड़ने लगी है। इसका उत्पादन पर असर पड़ेगा। चांदेर के श्री राहुल केलवा ने कहा कि तालाब और नदी के पास वाले खेतों में जल भराव को लेकर सी एम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज की थी । बीमा हेल्पलाइन पर भी सूचना देने हेतु कॉल लगाया था , लेकिन नहीं लगा। देपालपुर क्षेत्र के सभी किसान परेशान हैं।
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