राज्य कृषि समाचार (State News)

आत्मनिर्भर किसान, वर्षा पूर्व खेत सड़क पर दे रहे ध्यान

29 मई 2025, (शैलेष ठाकुर, देपालपुर): आत्मनिर्भर किसान, वर्षा पूर्व खेत सड़क पर दे रहे ध्यान – खेत सड़क योजना के बंद होने से परेशान किसानों ने सरकार का मुंह ताकने के बजाय  आत्मनिर्भर बनकर   वर्षा पूर्व खेत सड़क पर ध्यान देते हुए चटवाड़ा ओर नेवरी ग्राम के किसान खेत सड़क बना रहे हैं। इस कार्य के तहत नेवरी में नेरी -आकासोदा मार्ग और चटवाड़ा में चटवाड़ा – अगराड़ी मार्ग का  मुरमीकरण किसानों द्वारा किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि खेत सड़क योजना पहले ग्राम पंचायतों के माध्यम से संचालित होती थी, लेकिन लंबे समय से बंद पड़ी है। खेत सड़क योजना के बंद होने के बाद से किसानों को सरकारी योजना का कोई लाभ खेत की सड़क के लिए नहीं मिल रहा है  , ताकि किसान अपने खेतों तक के रास्ते बना सके। खरीफ की फसल बोने से लेकर कटाई के समय घर लाने तक में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है । ट्रैक्टर और कृषि उपकरण रास्तों में  फंसते  रहते हैं, इसलिए कुछ किसान अपने खेतों के रास्ते स्वयं के  खर्च से बना रहे हैं।

बता दें कि सरकारी मदद नहीं मिलने से ग्राम चटवाड़ा में किसानों ने अपने खेतों का रास्ता स्वयं बनाने का निर्णय लिया और कार्य चालू किया ,जिसमें लगभग डेढ़ किलोमीटर में रास्ते का मुरमीकरण  किया जाएगा  जिसमें लागत लगभग एक से डेढ़ लाख रुपये आएगी जिसे सभी किसान वहन करेंगे ।खास बात यह है कि यह मार्ग केवल खेतों तक ही सीमित नहीं है ,बल्कि चटवाड़ा गांव से अगराडी होते  हुए बेटमा जोड़ने वाला मार्ग भी है। इसके बावजूद इस ओर न तो किसी जनप्रतिनिधि ने ध्यान दिया और न ही प्रशासन की ओर से कोई पहल हुई। गांव के जागरूक नागरिकों का कहना है कि बारिश के मौसम में यही मार्ग फसल, खाद, बीज जैसे आवश्यक संसाधनों को खेत तक पहुंचाने का एकमात्र माध्यम होता है, लेकिन  रास्ता खराब होने से कृषि कार्य प्रभावित होते  हैं ।किसानों की हमेशा मांग रहती है कि खेतों की सड़क का मुरमीकरण किया जाए।

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