राजस्थान: डीएपी के बजाय सिंगल सुपर फास्फेट और नैनो उर्वरक का उपयोग करें, लागत घटाएं और उत्पादन बढ़ाएं
05 सितम्बर 2024, झुंझुनू: राजस्थान: डीएपी के बजाय सिंगल सुपर फास्फेट और नैनो उर्वरक का उपयोग करें, लागत घटाएं और उत्पादन बढ़ाएं – राजस्थान के कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे डीएपी उर्वरक की जगह सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) और नैनो यूरिया जैसे उन्नत विकल्पों का उपयोग करें। यह न केवल खेती की लागत को कम करेगा, बल्कि उत्पादन और फसल की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा। कृषि अधिकारियों का मानना है कि वैकल्पिक उर्वरक किसानों के लिए एक बेहतर और किफायती विकल्प साबित होंगे।
सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी): डीएपी का किफायती विकल्प
संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) प्रकाश चन्द्र बुनकर के अनुसार, सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) एक फॉस्फोरस युक्त उर्वरक है, जिसमें 16% फॉस्फोरस, 11% सल्फर और 21% कैल्शियम की मात्रा होती है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें उपलब्ध सल्फर तिलहनी और दलहनी फसलों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके प्रयोग से पौधों की जड़ें मजबूत होती हैं, फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है और उपज में भी वृद्धि होती है।
एसएसपी में मौजूद सल्फर फसलों में क्लोरोफिल निर्माण के लिए आवश्यक होता है, जो पौधों में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाने में सहायक है। यह तिलहन और दलहन के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, जिससे किसान अपनी फसल की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं।
प्रकाश चन्द्र बुनकर ने बताया कि डीएपी के स्थान पर 3 बैग एसएसपी और 1 बैग यूरिया का मिश्रण पौधों को 16 किग्रा कैल्शियम, 24 किग्रा फॉस्फोरस, 20 किग्रा नाइट्रोजन और 16 किग्रा सल्फर उपलब्ध कराता है। यह मिश्रण डीएपी की तुलना में अधिक किफायती है और किसानों को आसानी से बाजार में मिल सकता है। इसके उपयोग से किसानों की लागत में कमी आएगी और उनकी फसल को आवश्यक पोषक तत्व भी मिलेंगे।
नैनो यूरिया और नैनो डीएपी: उर्वरक की नई पीढ़ी
उर्वरक लागत को कम करने के लिए किसानों को न्यूएज तरल उर्वरक जैसे नैनो यूरिया और नैनो डीएपी का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। ये उर्वरक न केवल फसल की उत्पादकता बढ़ाते हैं, बल्कि भूमि की उर्वरता को भी बनाए रखते हैं। किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार ही उर्वरकों का प्रयोग करें, ताकि मिट्टी की गुणवत्ता बनी रहे और उत्पादन में वृद्धि हो।
सरकार की किसानों को सलाह
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे डीएपी के स्थान पर वैकल्पिक उर्वरकों जैसे एसएसपी और नैनो यूरिया का अधिक से अधिक उपयोग करें। इससे उनकी खेती की लागत घटेगी और वे अधिक लाभ कमा सकेंगे। किसानों को अधिक जानकारी के लिए नजदीकी कृषि कार्यालय या किसान कॉल सेंटर के निःशुल्क हेल्पलाइन नंबर 18001801551 पर संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
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