मध्यप्रदेश में सामान्य वर्षा की संभावना
09 सितम्बर 2025, इंदौर: मध्यप्रदेश में सामान्य वर्षा की संभावना – मौसम केंद्र , भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के भोपाल, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में कहीं- कही; इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर ,चंबल, रीवा, जबलपुर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर; उज्जैन संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा दर्ज़ की गई एवं शेष सभी जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा।
वर्षा के प्रमुख आंकड़े ( मि मी में ) : – पोरसा 52.0, तमिया 50.0, गोटेगांव 34.0, हर्राई 33.0, शाहपुरा-जबलपुर 28.2, सैलाना 27.0, बरगी 25.8, निवास 22.4, कुसमी 20.0, पाटन 18.5, रावटी 18.0, केवलारी 18.0,लालबर्रा 17.0, तिरला 17.0, बालाघाट 16.6, राणापुर 16.5, सि वनी 16.4, वारा सिवनी 16.1, रामा 16.1,मेघनगर 15.0, भावगढ़ 15.0, अमरपुर 14.2, बाजना 14.0, कोलारस 14.0, बरेला 13.2,कट्ठीवाड़ा 13.0, नागौद13.0, थांदला 12.0, जावरा 11.0, बीरपुर 11.0, बड़ौदा 11.0, देवसर 10.6, उदयगढ़ 10.3, पाटी 10.0, पिपलोदा 10.0, पोहरी 10.0, निसर पुर 9.4, भाभरा 9.0, पेटलावद 8.9, झाबुआ 8.1, प्रभात पट्टन 8.0, धार 8.0,कैलाश 8.0, कराहल 8.0, मुलताई 7.4, रीवा- हुजूर 7.4, बदनावर 7.3, शाहपुर 7.2, नलखेड़ा 7.0, जोबट 7.0, बिछुआ 7.0, शिवपुरी 7.0, माड़ा 7.0, बमोरी 6.0, बकाल 6.0, मनासा 6.0, मझौली 6.0, लखनादौन 5.5,मलाजखंड 5.3, पानसेमल 5.2, आगर 5.0, बड़ौद 5.0, गोहद 5.0, बहोरीबंद 5.0, मंदसौर 5.0, जावद 5.0, गुढ़ 5.0, त्योंथर 5.0, झार्डा 5.0, बड़ा मलहरा 4.8, गरोठ 4.8, सीतामऊ 4.8, सरई 4.8, राजनगर 4.4, सरदारपुर4.3, बरघाट 4.2, अलीराजपुर 4.0, अटेर 4.0, बिजावर 4.0, गंधवानी 4.0, कुक्षी 4.0, मल्हारगढ़ 4.0, सुवासरा 4.0, ताल 4.0, रतलाम 4.0, जैसो 4.0, निवाली 3.8, उमरेठ 3.6, पांढुर्णा 3.4, भितरवार 3.2, नैनपुर 3.0,शाहनगर 3.0, पवई 3.0, सीहोर 3.0, बैराड़ 3.0, घट्टिया 3.0, गौतमपुरा 2.7, जबलपुर 2.6, शामगढ़ 2.6, चि नोर 2.4, बिछिया 2.4, सेंधवा 2.3, वरला 2.3, डबरा 2.2, ब्यावरा 2.2, राजगढ़ 2.2, भीमपुर 2.0 और सोनकच्छ में 2.० मि मी वर्षा दर्ज़ की गई। 1 जून से 8 सितंबर तक दीर्घावधि औसत से मध्यप्रदेश में 24 % अधिक हुई है। पूर्वी मप्र में औसत से 19 % और पश्चिमी मप्र में औसत से 28 % अधिक वर्षा हुई है।
मौसमी परिस्थितियां: एक गहरा अवदाब क्षेत्र ( डीप डिप्रेशन ) दक्षिण -पूर्व पाकिस्तान और संलग्न राजस्थान व कच्छ के ऊपर, छोर ( पाकिस्तान ) से लगभग 90 किमी दक्षिण -पूर्व , बाड़मेर ( राजस्थान ) से 120 किमी दक्षिण – पश्चिम , राधनपुर (गुजरात) से 170 किमी उत्तर – पश्चिम ,जैसलमेर ( राजस्थान ) से 190 किमी पश्चिम – उत्तर – पश्चिम और भुज (गुजरात) से 210 किमी उत्तर – उत्तर पूर्व में अवस्थित है। 8 तारीख की दोपहर तक इसके दक्षिण – पूर्व पाकिस्तान और संलग्न राजस्थान में एक गहरे अवदाब के रूप में लगभग उत्तर – पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके बाद, इसके लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होकर अवदाब में बदलने की संभावना है। वर्तमान में , मानसून ट्रफ मध्य समुद्र तल पर दक्षिण – पूर्व पाकिस्तान और संलग्न राजस्थान व कच्छ पर बने गहरे अवदाब के केंद्र से, कोटा, उरई, सीधी, रांची, दीघा होकर पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर – पूर्व तक विस्तृत है। एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण पंजाब और निकटवर्ती क्षेत्रों में तथा दूसरा चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर – पश्चिम बंगाल की खाड़ी और संलग्न पश्चिम – मध्य बंगाल की खाड़ी पर दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों से दूर मध्य समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
पूर्वानुमान – मौसम केंद्र ने भोपाल, विदिशा , राजगढ़, खरगोन , बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन , शाजापुर, आगर, मंदसौर,नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर , दतिया , भिंड , मुरैना, श्योपुरकलां जिलों में कहीं -कहीं ,रायसेन, सिहोर, नर्मदा पुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, सिंगरौली, सीधी,रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर,शहडोल, उमरिया , डिंडोरी , कटनी, पन्ना , छतरपुर, टीकमगढ़, नि वाड़ी और मैहर जिलों में कुछ स्थानों पर तथा जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर और पांढुर्ना जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा होगी या गरज -चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी।
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