किसानों की समस्याओं पर गरमाई सियासत, खाद की कमी पर कांग्रेस का हमला
18 अक्टूबर 2024, भोपाल: किसानों की समस्याओं पर गरमाई सियासत, खाद की कमी पर कांग्रेस का हमला – मध्य प्रदेश में किसानों को खाद की कमी से जूझना पड़ रहा है, और इस मुद्दे ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि खाद की कालाबाजारी के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जिम्मेदार हैं। वहीं, इस आरोप पर कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों को गुमराह कर रही है।
खाद की कालाबाजारी और नकली खाद के आरोप
दिग्विजय सिंह ने कहा, “1993 से 2003 तक, जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब खाद की कमी या कालाबाजारी जैसी समस्याएं नहीं थीं। लेकिन 2004 के बाद से स्थिति बद से बदतर हो गई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान के कृषि मंत्री बनने के बाद से कृषि विभाग की हालत बिगड़ गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे केंद्रीय कृषि मंत्री के कामकाज पर नजर रखें।
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि प्रदेश के कृषि मंत्री और भाजपा नेता खाद की आपूर्ति में जानबूझकर बाधा डाल रहे हैं और खाद की कालाबाजारी करवा रहे हैं। उन्होंने कहा, “बार-बार यह बात स्थापित होती जा रही है कि बीजेपी की सरकार, शिवराज और मोहन यादव किसान विरोधी हैं। ऋण माफी योजना बंद की। कांग्रेस पार्टी जो योजना लेकर आई थी उन्हें बंद किया। जो वादा इन्होंने किया था समर्थन मूल्य का वह अब तक पूरा नहीं किया और किसानों को धोखा दिया है। गेहूं और धान का वादा के अनुरूप एमएसपी नहीं दिया।” कांग्रेस ने यह भी घोषणा की है कि किसानों के समर्थन में प्रदेशभर में ‘गांव खेत यात्रा’ निकाली जाएगी, ताकि किसानों की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाया जा सके।
जीतू पटवारी ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मानपुर में 229 बोरी नकली खाद मिलने पर दुकान को सील किया गया था, लेकिन भाजपा के एक नेता ने उस सील को तोड़ दिया और अधिकारियों को धमकाया।
जीतू पटवारी ने यह भी आरोप लगाया कि सबसे बड़े किसान विरोधी शिवराज सिंह चौहान देश में मध्य प्रदेश की दुहाई देकर झूठ बोल रहे हैं। पूरे प्रदेश से किसने की समस्याओं और दुर्गति की खबरें हैडलाइन बन रहीं। मैं हर मंगलवार को शिवराज से समय मांगता हूं। अगला मंगलवार पांचवा होगा जब तक वह समय नहीं देंगे, हम लगातार उनसे समय मांगेंगे। किसानों की समस्या को लेकर से मांग रहा हूं। कांग्रेस गांव, खेत यात्रा निकालेगी। आग्रह करेंगे सरकार से जो आपने बातें की है वह पूरी करो व्यवस्थाओं को दुरुस्त करो। जल्द तारीख का एलान करेंगे। यात्रा में सभी बड़े नेता शामिल होंगे।
दिग्विजय सिंह ने सरकार पर 40 से 50 प्रतिशत का जो खाद का कोटा आ रहा है, उसे प्राइवेट एजेंसी को सौंप दिया। बिना कालाबाजारी के एक बोरी भी नहीं मिल रही। भाजपा के नेता ही कालाबाजारी कर रहे केंद्र सरकार का आदेश है 17 नवंबर 2022 का जबरन वह सामान भी खरीदने के लिए किसानों को कहा जा रहा है जो नॉन फर्टिलाइजर है। उसे समय शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे। अब वे देश के कृषि मंत्रालय को लूट रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मामले की कलई खुलने के बाद भी कंपनी के खिलाफ करवाई नहीं की गई। समिति के मैनेजर को जेल भेजा गए। उन्होंने कहा कि मुरैना जिले में 30 परसेंट खाद मिल रहा है जबकि मुरैना से प्रदेश के कृषि मंत्री आते हैं। सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि सहकारिता के किसानों को 0% ब्याज पर कर्ज दे रहे हैं, लेकिन सरकार यह मजबूर कर रही है कि प्राइवेट लोगों से नगद खाद खरीदो। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की उपज ही पीएम मोदी की है। इस खाद से प्रति किलो किसानों को घाटा हो रहा है। खुलेआम धांधली हो रही है। मंत्रियों से लेकर ऊपर तक पैसा जा रहा है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरा आरोप है कि कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना कालाबाजारी करवा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्रमुख राजनीतिक दल नेताओं को बुलाए। जन सुनवाई में बुलाएं हम आएंगे।
भाजपा का पलटवार: आरोप बेबुनियाद, पर्याप्त खाद उपलब्ध
कांग्रेस के आरोपों पर कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने शुक्रवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा, “प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल अधिक खाद उपलब्ध कराया गया है। कुछ जगहों पर किसानों की कतार की खबरें आई हैं, लेकिन व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का काम केवल झूठे आरोप लगाना है। “जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब किसानों के लिए क्या किया गया? दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में किसानों पर गोली तक चली थी।” कंसाना ने कहा कि यदि कांग्रेस के पास कोई सबूत हैं तो वह प्रस्तुत करें, सरकार जांच कराने के लिए तैयार है। कृषि मंत्री ने कहा कि खाद की कमी का बड़ा कारण रूस- यूक्रेन युद्ध भी है।
मध्य प्रदेश में खाद संकट और उसकी कालाबाजारी के आरोपों ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। एक तरफ कांग्रेस किसानों के मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर है, तो दूसरी ओर सरकार ने आरोपों को खारिज करते हुए स्थिति को नियंत्रण में बताया है। अब देखना होगा कि इस विवाद का समाधान कैसे निकलता है और क्या प्रदेश के किसानों को राहत मिलती है या नहीं।
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