कृभको-फार्म फ्राइट्स की साझेदारी से आलू उद्योग में बदलाव, जानें कैसे होगा फायदा
13 फ़रवरी 2025, नई दिल्ली: कृभको-फार्म फ्राइट्स की साझेदारी से आलू उद्योग में बदलाव, जानें कैसे होगा फायदा – उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में जल्द ही एक अत्याधुनिक आलू प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित होने जा रहा है। भारतीय सहकारी संस्था कृभको (कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड) और नीदरलैंड की कंपनी फार्म फ्राइट्स ने इस परियोजना के लिए संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी के तहत आलू की विशेष किस्मों की खेती और उनकी प्रोसेसिंग को बढ़ावा दिया जाएगा।
संयुक्त उद्यम समझौते पर कृभको के प्रबंध निदेशक एम.आर. शर्मा और फार्म फ्राइट्स के अध्यक्ष पीटर डी ब्रुइजन ने हस्ताक्षर किए। इस दौरान कृभको के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल सिंह और अन्य निदेशक भी मौजूद रहे। परियोजना के तहत फार्म फ्राइट्स द्वारा विकसित आलू की खास किस्में सैंटाना और क्विंटेरा को शाहजहांपुर के आसपास के इलाकों में उगाया जाएगा।
फार्म फ्राइट्स के अध्यक्ष पीटर डी ब्रुइजन के नेतृत्व में एक टीम ने 10 फरवरी को शाहजहांपुर का दौरा कर परियोजना स्थल का निरीक्षण किया। उनके साथ कृभको के वरिष्ठ अधिकारी श्री राम कुमार मीना (तकनीशियन), श्री रणधीर कुमार (वरिष्ठ अनुसंधान फेलो) और श्री श्रीकांत चौबे (प्रक्षेत्र सहयोगी) भी मौजूद रहे। टीम ने किसानों को आलू की उन्नत किस्मों की खेती और बाजार से जुड़ने के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी।
परियोजना से किसानों और क्षेत्र को क्या लाभ?
कृभको और फार्म फ्राइट्स का दावा है कि इस संयंत्र के शुरू होने से क्षेत्र के किसानों को आलू की प्रोसेसिंग और निर्यात से जोड़ने का अवसर मिलेगा। इससे उन्हें अपनी उपज का बेहतर दाम मिल सकता है। इसके अलावा, संयंत्र से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
परियोजना में शामिल अधिकारियों ने बताया कि किसानों को मिट्टी परीक्षण की सुविधा भी मिलेगी, जिससे उन्हें आलू उत्पादन के लिए उपयुक्त उर्वरता और आवश्यक पोषक तत्वों की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए चना, मसूर और कुसुम जैसी फसलों के खेतों से मृदा नमूना एकत्र किया गया है। इससे किसानों को बेहतर फसल उत्पादन में मदद मिल सकती है।
उत्तर प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीति के तहत इस परियोजना को “सुपर मेगा प्रोजेक्ट” का दर्जा दिया गया है, जिससे इसे सरकार से कुछ अतिरिक्त रियायतें और सुविधाएं मिल सकती हैं। हालांकि, सरकार की ओर से इस परियोजना में कोई वित्तीय सहायता दी जा रही है या नहीं, इस पर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है।
फार्म फ्राइट्स: वैश्विक आलू प्रसंस्करण कंपनी
फार्म फ्राइट्स एक अंतरराष्ट्रीय खाद्य कंपनी है, जो 100 से अधिक देशों में आलू से बने उत्पादों की आपूर्ति करती है। कंपनी मैकडॉनल्ड्स, केएफसी और डोमिनोज जैसी वैश्विक खाद्य श्रृंखलाओं को फ्रेंच फ्राइज़ और अन्य आलू आधारित उत्पाद प्रदान करती है। फार्म फ्राइट्स हर साल 15 लाख मीट्रिक टन आलू का उत्पादन करती है और इसके 80 से अधिक उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं।
कृभको: भारत की प्रमुख सहकारी संस्था
कृभको उर्वरकों और कृषि उत्पादों की आपूर्ति में प्रमुख सहकारी संस्था है। इसके हजीरा (गुजरात) और उत्तर प्रदेश में उर्वरक संयंत्र हैं, जो सालाना 34 लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया उत्पादन करते हैं। इसके अलावा, कृभको किसानों को डीएपी, एनपीके, जैव उर्वरक, प्रमाणित बीज और जैव उत्तेजक भी उपलब्ध कराती है। कृभको ओमान इंडिया फर्टिलाइजर कंपनी के प्रमुख प्रमोटरों में से एक है।
अगर यह संयंत्र सफलतापूर्वक स्थापित होता है, तो शाहजहांपुर और आसपास के क्षेत्रों में आलू की खेती को नई दिशा मिल सकती है। किसानों को नई किस्मों की जानकारी और बाजार तक सीधी पहुंच का फायदा मिल सकता है। हालांकि, किसानों को इस नई व्यवस्था से कितना फायदा होगा, यह कई कारकों पर निर्भर करेगा, जिनमें बाजार की स्थिरता, लागत और सरकारी नीतियों की भूमिका अहम होगी।
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