राज्य कृषि समाचार (State News)

महाराष्ट्र की तर्ज़ पर मध्यप्रदेश में भी एक रुपए में फसल बीमा करें

किसानों ने उद्यानिकी फसलों का बीमा शुरू करने की मांग की

25 सितम्बर 2024, (उमेश खोड़े, पांढुर्ना): महाराष्ट्र की तर्ज़ पर मध्यप्रदेश में भी एक रुपए में फसल बीमा करें – मध्य प्रदेश में फसल बीमा के लिए किसानों द्वारा अपना  प्रीमियम अंश जमा करने के बाद भी  फसल नुकसानी होने पर लम्बे अर्से तक मुआवजा नहीं मिलता। इसे लेकर किसानों के अनुभव अच्छे नहीं  हैं। वहीं उद्यानिकी फसलों का बीमा नहीं होने से भी किसान परेशान हैं। प्राकृतिक आपदा /रोग आदि से उद्यानिकी फसल खराब होने पर किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिया  जाता है। इन हालातों में किसानों ने महाराष्ट्र की तर्ज़ पर मध्यप्रदेश में भी एक रुपए में फसल बीमा करने और उद्यानिकी फसलों का बीमा  शुरू करने की मांग की है।

ग्राम धावड़ीखापा के श्री नामदेव  पराडकर ने इस साल खरीफ में मूंगफली , सोयाबीन और कपास  के अलावा  4  एकड़ में संतरा लगाया है ,जो अति वर्षा और तेज़ हवाओं के कारण पूरा संतरा नीचे गिर गया है। इससे बहुत आर्थिक नुकसान हुआ है। प्राकृतिक आपदा से धावड़ीखापा के ही श्री मंसाराम खोड़े और श्रीमती वनमाला खोड़े  की मूंगफली,  सोयाबीन और कपास फसल में 60 -70 % तक का नुकसान हुआ है , वहीं संतरा फसल में 90 % से अधिक का नुकसान हुआ है, लेकिन उद्यानिकी फसलों का बीमा नहीं होने से इन्हें कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। इसी तरह मोरडोंगरी के श्री सुभाष भादे की दो एकड़ की संतरा फसल में 25 % फल गलन हो चुका है। ग्राम मारुड़ के श्री विनोद गावंडे के संतरा के बगीचे में 50 % से अधिक की क्षति होने से लाखों का नुकसान हुआ है। इनके  द्वारा जन चेतना मंच के बैनर तले गत दिनों एसडीएम पांढुर्ना नेहा सोनी को ज्ञापन भी दिया गया।  देवखापा के श्री रवि हिरवे के ढाई एकड़ के संतरे के बगीचे में  40 % से अधिक फल गलन हो चुका है। वहीं भंडारगोदी के श्री नीलेश कलसकर की एक एकड़ संतरा फसल में 30 % तक फल गलन हो चुका है।  ऐसी ही शिकायत रायबासा के श्री रोशन पांसे और सावरगांव के श्री देवानंद सांबरे ने भी की है। इन किसानों ने उद्यानिकी फसलों का बीमा शुरू करने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में कृषि फसलों मक्का , सोयाबीन, अरहर ,कपास, ज्वार और मूंगफली  के लिए वर्ष 2024 -25  में  किसानों के लिए क्रमशः 734 ,632 ,840 ,1856 ,602  और 784  रु /हेक्टर प्रीमियम निर्धारित किया है , जबकि करीबी राज्य महाराष्ट्र में सोयाबीन, ज्वार , तुअर, मूंग , उड़द और  कपास  फसल के लिए किसानों से मात्र एक रुपया प्रति हेक्टर की प्रीमियम राशि लेकर फसल बीमा किया गया है। मध्यप्रदेश के किसानों ने महाराष्ट्र की तर्ज़ पर एक रुपया /हेक्टर की दर से कृषि फसलों का बीमा करने की मांग की है।

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