राज्य कृषि समाचार (State News)

नर्मदापुरम नरवाई प्रबंधन में अग्रणी बनें- सुश्री मीणा

07 अप्रैल 2025, नर्मदापुरम: नर्मदापुरम नरवाई प्रबंधन में अग्रणी बनें- सुश्री मीणा – पहाड़ों ,प्राकृतिक सौंदर्य मां नर्मदा नदी का प्रभाव कृषि अग्रणी जिला एवं उत्पादकता के मामले में अग्रसर के रूप में जिले की पहचान होती है । किंतु कुछ समय से अत्यधिक मात्रा में रसायनों का उपयोग मूंग बोने की जल्दी में नरवाई जलाने जेसी गतिविधियों के कारण जिले में उत्पादित मूंग की गुणवत्ता जहरीली हो रही है साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य एवं पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड रहा है। गुणवत्ता युक्त अनाज उत्पादन के साथ फसलों का उचित मूल्य मिले ऐसे प्रयास सभी को मिलकर करने है। नर्मदापुरम जिले की पहचान नरवाई प्रबंधन में अग्रणी जिले की बनाई जाये ना की नरवाई जलाने की। उक्त विचार कृषि विभाग द्वारा आयोजित ग्राम जमानी में नरवाई प्रबंधन विषय पर हुए कार्यक्रम में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीणा ने व्यक्त किये ।

ग्राम के प्रगतिशील कृषक श्री हेमंत दुबे के प्रयासों से कार्यशाला एवं नरवाई प्रबंधन यंत्रों का जीवांत प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में इटारसी एसडीएम श्री टी प्रतीक राव, उप संचालक कृषि श्री जे आर हेड़ाऊ ,विधायक प्रतिनिधि श्री ब्रज किशोर पटेल ,उपसंचालक उद्यानिकी श्रीमती रीता उईके, सहायक कृषि यंत्री सी चंदन सिंह बरकडे, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ज्योत्सना पटेल, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अर्चना मेहतो ,श्रीमती कलाबाई कुमरे सरपंच ग्राम पंचायत जमानी, श्री सुखराम कुमरे जनपद सदस्य एवं जनप्रतिनिधि के अलावा कृषि वैज्ञानिक डॉ विनोद बेड़ा, डॉ के के मिश्रा कृषि विभाग के सहायक संचालक कृषि श्री राजीव यादव, श्री चेतन मातिखाये सहित क्षेत्र के प्रगतिशील किसान श्री रूप सिंह राजपूत रोहना ,श्री राकेश गौर धरमकुंडी, श्रीमती शिवलता मेहता ,श्री साहब लाल मेहता ग्राम पथरोटा एवं कृषि विभाग के अधिकारी , कृषक उपस्थित थे ।नारवाई प्रबंधन के प्रति किसानों को सुपर, हैप्पी सीडर ,बेलर,मल्चर,पूसा डी कंपोजर आदि उपाय प्रदर्शित किए गए ।कार्यक्रम का संचालन कृषि विभाग के श्री राजेश चोरे ने किया एवं आभार प्रदर्शन उप परियोजना संचालक आत्मा श्री गोविंद मीणा द्वारा व्यक्त किया गया ।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements