भूमिहीन कृषि मजदूरों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए बहुआयामी प्रयास आवश्यक: ऊर्जा मंत्री
01 जुलाई 2024, भोपाल: भूमिहीन कृषि मजदूरों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए बहुआयामी प्रयास आवश्यक: ऊर्जा मंत्री – मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आज भूमिहीन कृषि मजदूरों के आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्र ऋषि नानाजी देशमुख ने चित्रकूट परियोजना के माध्यम से आत्मनिर्भर गांव और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने का जो मॉडल प्रस्तुत किया है, वह प्रेरणादायी है। श्री तोमर ने यह बात महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के उद्घाटन अवसर पर कही।
संगोष्ठी के संयोजक और सामाजिक समरसता के राष्ट्रीय संयोजक श्याम प्रकाश ने कहा कि पश्चिमी सोच ने किसानों और भूमिहीन मजदूरों के बीच भेद पैदा करने की कोशिश की है, जबकि वास्तव में दोनों एक ही हैं। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भरत मिश्रा ने नानाजी देशमुख के विचारों को साझा करते हुए कहा कि नानाजी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि गांवों को उजाड़कर शहरों को आबाद करने का मॉडल लंबे समय के लिए सही नहीं है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में अतिथियों ने 13 राज्यों के भूमिहीन मजदूरों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर आधारित रिपोर्टों की पुस्तक ‘विभिन्न राज्यों के भूमिहीन मजदूरों की सामाजिक-आर्थिक रिपोर्ट’ तथा विचारोत्तेजक लेखों के संकलन ‘भूमिहीनों की आवाज’ का विमोचन किया।
संगोष्ठी में विशेष अतिथि मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के कार्यकारी निदेशक डॉ. धीरेन्द्र कुमार पाण्डेय और पूर्व अपर मुख्य सचिव दीपक खांडेकर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। दोनों ने भूमिहीन मजदूरों की समस्याओं और उनके समाधान पर अपने विचार साझा किए।
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