राज्य कृषि समाचार (State News)

मीरा का कमाल, जैविक खाद और खेती का सामान तैयार कर कमाई कर रही

18 अक्टूबर 2024, भोपाल: मीरा का कमाल, जैविक खाद और खेती का सामान तैयार कर कमाई कर रही – महिलाएं चाहें तो क्या कुछ नहीं कर सकती और किसी भी क्षेत्र में सफलता पा सकती हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है एमपी की महिला किसानों ने. ये मध्य प्रदेश की अलग-अलग जगहों से हैं और कुछ ऐसा कर रही हैं जिस पर मोटी तौर पर पुरुषों का आधिपत्य माना जाता है. भोपाल में इन दिनों महिला किसान मेला चल रहा है. इस मेले में विदिशा के कुरवाई ब्लॉक से आयी मीरा अहिरवार ने अपनी महिला साथियों के साथ मिलकर नीमास्त्र, जैविक खाद और बीज शक्तिवर्धक जैसे खेती के बहुत से सामान तैयार किए हैं. वे बाजार में इन्हें अच्छे दाम में बेचकर कमाई भी कर रही हैं.

मीरा ने बताया कि उन्होंने स्वयं-सहायता समूह से जुड़कर इस काम की शुरुआत की थी. समूह से जुड़कर पहले उन्होंने कृषि सखी का प्रशिक्षण लिया, उसके बाद जैविक खाद और जैविक दवाइयां बनाना सीखा. आज वे ब्लॉक की अलग-अलग महिलाओं के साथ मिलकर जैविक खाद और दवाइयां बनाने का काम कर रही हैं. इससे उन्हें न सिर्फ अच्छी आमदनी हो रही है, बल्कि वे किसान भाइयों को भी खेतों में इसके छिड़काव के फायदे बताकर उनकी मदद कर रही हैं.

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मीरा बताती हैं कि वे लोग नीमास्त्र और अग्नि अस्त्र जैसी जैविक खाद और दवाइयां तैयार करते हैं. इसे खेतों में छिड़काव करने के साथ ही फसलों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. इससे फसलों को नुकसान भी नहीं होता और जमीन के बंजर होने का खतरा भी टल जाता है. जैविक दवाएं केमिकल दवाओं की तरह नुकसानदायक नहीं होती. नीमास्त्र बनाने के लिए करीब 4 लीटर गोमूत्र, 5 किलो नीम की पत्तियां, सीताफल की पत्ती और लहसुन जैसी सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है. इन सभी सामग्रियों को गरम पानी में उबाला जाता है. बाद में इसे ठंडा कर बोतल में भर खेतों में छिड़काव के लिए तैयार कर दिया जाता है. इसमें इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्री नेचुरल पदार्थों से बनी है.

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