मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादकों को मिलेगा बड़ा बढ़ावा, NDDB के साथ हुआ 5 साल का समझौता
15 अप्रैल 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादकों को मिलेगा बड़ा बढ़ावा, NDDB के साथ हुआ 5 साल का समझौता – मध्यप्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के बीच एक समझौता हुआ है, जिससे राज्य के डेयरी किसानों को फायदा मिलने की उम्मीद है। इस 5 साल के समझौते के तहत प्रदेश में दुग्ध संकलन, प्रसंस्करण और विपणन को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की जाएंगी।
क्या हैं समझौते की मुख्य बातें?
- दुग्ध संकलन केंद्रों का विस्तार: प्रत्येक ग्राम पंचायत में दूध संग्रहण केंद्र खोले जाएंगे। वर्तमान में 6,000 दुग्ध समितियां हैं, जिनकी संख्या बढ़ाकर 9,000 की जाएगी।
- प्रसंस्करण क्षमता बढ़ेगी: डेयरी प्लांट्स की क्षमता 18 लाख लीटर प्रतिदिन से बढ़ाकर 30 लाख लीटर प्रतिदिन की जाएगी।
- किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य: सरकार का दावा है कि इस योजना से डेयरी किसानों की वार्षिक आय 1,700 करोड़ से बढ़कर 3,500 करोड़ रुपये हो जाएगी।
- सांची ब्रांड को मिलेगा बढ़ावा: NDDB राज्य के सांची डेयरी ब्रांड को मजबूत करेगा, लेकिन इसके नाम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह समझौता प्रदेश के डेयरी किसानों के लिए एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, “इससे न केवल दूध उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किसानों को बेहतर मूल्य भी मिलेगा।”
समझौते के तहत NDDB दुग्ध संघों को तकनीकी और प्रबंधन सहायता भी देगा। साथ ही, किसानों की शिकायतों के निवारण के लिए एक नई प्रणाली भी विकसित की जाएगी। अगले 5 सालों में इस योजना पर लगभग 1,500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
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