रायसेन में विशाल किसान संगोष्ठी: 500 अनुसूचित जाति किसानों को मिली मिनरल मिक्सचर व पशु स्वास्थ्य सामग्री
15 दिसंबर 2025, रायसेन: रायसेन में विशाल किसान संगोष्ठी: 500 अनुसूचित जाति किसानों को मिली मिनरल मिक्सचर व पशु स्वास्थ्य सामग्री – भारत सरकार की अनुसूचित जाति उप-योजना के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भा.कृ.अनु.प.) के अधीन राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान (एनडीआरआई), करनाल द्वारा मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के सांची ब्लॉक स्थित ग्राम भगवानपुरा में एकदिवसीय विशाल किसान संगोष्ठी, प्रदर्शनी एवं आदान वितरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत सरकार के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने दीप प्रज्वलन कर किया तथा कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
वैज्ञानिक तकनीक किसानों के भविष्य को बदलेगी: शिवराज सिंह चौहान
समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान एशिया का एक अग्रणी डेरी एवं पशुपालन संस्थान है, जो वैज्ञानिक तकनीकों को ग्रामीण परिवेश तक पहुँचाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने भगवंतपुरा गांव में उन्नत पशुधन उत्पादन, पशु प्रबंधन, डेरी प्रोसेसिंग एवं मूल्य संवर्धन की तकनीकों को प्रशिक्षण और प्रदर्शन के माध्यम से जमीन पर उतारने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन अनुसूचित जाति के कृषकों के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान में मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही उन्होंने संस्थान के निदेशक एवं वैज्ञानिकों को क्षेत्र के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे अधिक से अधिक पशुपालक वैज्ञानिक विधियों से लाभान्वित हो सकें।
500 अनुसूचित जाति किसान परिवारों को मिला आदान, 2400 किसानों ने लिया भाग
कार्यक्रम के आरंभ में एनडीआरआई के निदेशक डॉ. धीर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत 500 चयनित अनुसूचित जाति किसान परिवारों को वैज्ञानिक पशुपालन के लिए निरंतर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर चयनित लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता का मिनरल मिक्सचर, पशु स्वास्थ्य रक्षक दवाएं एवं तकनीकी साहित्य का वितरण मुख्य अतिथि के कर-कमलों द्वारा किया गया। डॉ. सिंह ने बताया कि संस्थान का उद्देश्य केवल सामग्री वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर किसानों की आय दोगुनी करना है।
तकनीकी सत्रों में मिला पशुपालन का वैज्ञानिक ज्ञान
इस भव्य आयोजन में तकनीकी सत्रों का भी विशेष महत्व रहा। एनडीआरआई के विषय विशेषज्ञों ने किसानों को स्वच्छ दुग्ध उत्पादन, पशु पोषण, नस्ल सुधार के नए आयाम, दुग्ध प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन तथा सोयाबीन प्रसंस्करण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। तकनीकी व्याख्यान डॉ. डी.एन. यादव (अध्यक्ष, डेरी प्रौद्योगिकी विभाग), डॉ. पंकज कुमार सारस्वत (अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्र), प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अनुपमा मुखर्जी तथा योजना प्रभारी डॉ. गोपाल सांखला द्वारा दिए गए।
कार्यक्रम में मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले के प्रभारी मंत्री नारायण सिंह पंवार, पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल, सांची विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत मीणा, पूर्व केबिनेट मंत्री रामपाल सिंह, कलेक्टर श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं क्षेत्र के 2400 किसान उपस्थित रहे।
अंत में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एनडीआरआई, कृषि विज्ञान केंद्र रायसेन एवं पशुपालन विभाग रायसेन की संयुक्त टीम को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम किसानों को वैज्ञानिक, लाभकारी और टिकाऊ पशुपालन की दिशा में आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे।
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