झाबुआ जिले में गेंदा का फूल भरेगा किसानों की जिंदगी में नया रंग
22 जून 2024, झाबुआ: झाबुआ जिले में गेंदा का फूल भरेगा किसानों की जिंदगी में नया रंग – खेती को लाभ का धंधा बनाने और खेती की मृदा की उर्वकता में सुधार हेतु फसल चक्र अपनाने के साथ ही गेंदा की खेती कर के द्वारा झाबुआ जिले के अन्नदेवता को समृद्वि का मंत्र मिल गया। चूँकि जिले की सीमा गुजरात व रतलाम जिले से लगी होने से यहाँ फूलों की खेती में असीम संभावना है। इसी संभावना को देखते हुए कलेक्टर नेहा मीना ने उद्यान विभाग कों फूलों की खेती को बढ़ावा देने हेतु निर्देशित किया गया था।
निर्देश के परिपालन में पालन में उद्यान विभाग द्वारा ट्रांसफॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन (टी.आर.आई.एफ.) संस्था के साथ मिलकर थांदला व पेटलावद विकासखण्ड में कलस्टर तैयार करके 1000 कृषकों का चयन कर 500 एकड़ में गेंदा की फसल हेतु कृष्ण भगवान झाबुआ आदिवासी महिला फार्मर प्रोडयूसर कम्पनी लि. करवड़ द्वारा गेंदे के बीज की व्यवस्था की गई । इस हेतु फार्मर प्रोड्युसर कम्पनी द्वारा कृषकों को 3100 रुपये के 100 ग्राम गेंदा के बीज प्रदाय किए गए व उक्त राशि कृषक को गेंदे के फूल बेचने के उपरांत प्राप्त आय में से देना होगी । कृषकों द्वारा गेंदे के पौध तैयार करने हेतु रोपणी तैयार की गई व जुलाई माह में रोपणी पर तैयार पौध को खेत में प्रत्यारोपित किए जाएंगे।
सहायक संचालक उद्यान श्री नीरज सांवलिया द्वारा बताया गया कि माह जुलाई में गेंदे के रोपे को खेत में लगाने के 50 दिन बाद से पहली तुड़ाई शुरु हो जाती है व तीन -चार माह में कुल 10 तुड़ाई की जाती है प्रत्येक तुड़ाई से लगभग 06 क्विंटल फूलों की पैदावार प्राप्त होती है।
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