मध्यप्रदेश: सोयाबीन फसल पर स्टेम फ्लाई का हमला, कृषि विभाग ने किसानों को दिए प्रबंधन के आसान उपाय
12 अगस्त 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश: सोयाबीन फसल पर स्टेम फ्लाई का हमला, कृषि विभाग ने किसानों को दिए प्रबंधन के आसान उपाय – मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के अलग-अलग इलाकों से मिली रिपोर्ट्स और कृषि विज्ञान केंद्र के फसल सर्वेक्षण में पता चला है कि सोयाबीन की फसल में स्टेम फ्लाई नाम का कीट मध्यम से गंभीर स्तर तक फैल चुका है। यह कीट खासकर फसल के अंकुरण से लेकर शुरुआती 10 से 30 दिन तक के बढ़ने के समय पौधों को नुकसान पहुंचाता है। इससे पौधों की बढ़त रुक जाती है और ज्यादा नुकसान होने पर पौधे सूखकर मर भी सकते हैं। स्थिति की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए, कृषि विभाग द्वारा कृषकों के लिए निम्न तकनीकी परामर्श जारी किया जा रहा है।
कृषि विभाग द्वारा कृषकों के लिए तकनीकी परामर्श: कीट की नैदानिक पहचान कर कीट का लार्वा तने के भीतर सुरंग बनाकर भोजन करता है। मुख्य तने की ऊपरी त्वचा के नीचे सफेद रंग की सुरंग दिखाई देती है। पत्तियाँ पीली पड़ती हैं और समयपूर्व झड़ सकती हैं। संक्रमित पौधों का विकास अवरुद्ध होता है या वे मुरझाकर सूख जाते हैं। तने को छीलने पर अंदर की छाल में सुरंगनुमा मार्ग व कीट लार्वा दिखाई देते हैं।
कीट की पहचान कैसे करें:
1. कीट का लार्वा तने के अंदर सुरंग बनाकर रहता है और वहीं से पौधे को नुकसान पहुंचाता है।
2. तने की ऊपरी त्वचा के नीचे सफेद रंग की सुरंग नजर आती है।
3. पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और समय से पहले झड़ सकती हैं।
4. संक्रमित पौधे या तो ठीक से बढ़ते नहीं या मुरझाकर सूख जाते हैं।
5. तना छीलने पर अंदर सुरंग और कीट का लार्वा दिखता है।
प्रबंधन और नियंत्रण के उपाय:
1. कृषि क्रियात्मक उपाय:
– समय पर बुवाई करें, बहुत जल्दी या बहुत देर से बुवाई करने से बचें।
-सोयाबीन फसल चक्र अपनाएं, लगातार एक ही खेत में सोयाबीन न उगाएं।
-स्वस्थ और प्रमाणित बीज का इस्तेमाल करें।
– बुवाई से पहले बीजों को थायोमेथोक्साम 30 थै 10 मिली/किलोग्राम की दर से बीजोपचार करें।
2. रासायनिक नियंत्रण:
-यदि प्रकोप 10 दिन से ज्यादा हो, तो नीचे दिए गए कीटनाशकों में से किसी एक का छिड़काव करें।
-इमिडाक्लोप्रिड 17.8% — 0.3 मिली/लीटर, 150 मिली/हेक्टेयर, सुबह या शाम छिड़काव करें।
-फ्लोनिकामिड 50% — 0.3 ग्राम/लीटर, 120 ग्राम/हेक्टेयर, प्रारंभिक संक्रमण में छिड़काव करें।
3. जैविक विकल्प (प्रारंभिक अवस्था में):
-जैविक कीटनाशक जैसे थ्रिप्सन या डेमजेन्टि प्रपानउ दपेवचसपंम / 5 ग्राम/लीटर पानी से छिड़काव किया जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण सुझाव:
-फसल की नियमित जांच करें, खासकर बुवाई के 15 से 30 दिन के बीच।
-अधिक नुकसान होने पर तुरंत नजदीकी कृषि अधिकारी या कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें।
-किसी भी कीटनाशक का उपयोग करने से पहले उसके लेबल पर दिए गए निर्देश ध्यान से पढ़ें।
-यह जानकारी किसानों के लिए सोयाबीन फसल को स्टेम फ्लाई कीट से बचाने और नुकसान कम करने में मददगार होगी।
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