मध्यप्रदेश: मंदसौर में कृषि विभाग और वैज्ञानिकों ने किया फसलों का निरीक्षण, किसानों को दी महत्वपूर्ण सलाह
26 अगस्त 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश: मंदसौर में कृषि विभाग और वैज्ञानिकों ने किया फसलों का निरीक्षण, किसानों को दी महत्वपूर्ण सलाह – कृषि विभाग के उप संचालक कृषि श्रीमती अनिता धाकड़ के मार्गदर्शन में एक तकनीकी दल ने ग्राम धमनार, अक्या उमाहेड़ा और दलोदारेल के विभिन्न खेतों का निरीक्षण किया। इस संयुक्त दल में कृषि विभाग के अधिकारी और कृषि वैज्ञानिक शामिल थे, जिन्होंने किसानों के खेतों का दौरा कर सोयाबीन, मक्का, उड़द, और प्याज जैसी फसलों की स्थिति का जायजा लिया।
कृषकों श्री राहुल धाकड़, श्री समरथ धाकड़, श्री सोहनलाल, श्री नागुलाल और श्री गणपतलाल के खेतों में जाकर विशेषज्ञों ने फसलों की समस्याओं का समाधान किया और उन्हें समसामयिक सलाह दी।
कृषि वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की फसल में चक्र भ्रंग के उपचार के लिए इमिडाक्लोप्रिड और बीटा-साइफ़्लुथ्रिन का 0.5 मिली प्रति लीटर पानी में छिड़काव करने की सलाह दी। सफेद मक्खी, जो पीला मोजेक वायरस के फैलाव का मुख्य कारण है, के नियंत्रण के लिए थियामेथोक्सम का 125 ग्राम प्रति 500 लीटर पानी में प्रति हेक्टेयर छिड़काव करने की सलाह दी गई।
प्याज की फसल में स्टेम फाइलम ब्लाइट के नियंत्रण के लिए मैन्कोजेब का 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में छिड़काव करने की सिफारिश की गई। साथ ही, मोजेक वायरस और चक्र भ्रंग से प्रभावित सोयाबीन के पौधों को उखाड़ने की सलाह दी गई।
इस निरीक्षण दल में कृषि वैज्ञानिक डॉ. एस. बी. सिंह, डॉ. प्रमोद फतेहपुरिया, डॉ. राजेश आरवे, और कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री चेतन पाटीदार, कृषि विस्तार अधिकारी श्री जितेन्द्र चौधरी, श्री देवीलाल पटेल और श्री विशाल राज सिंह उपस्थित थे।
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