State News (राज्य कृषि समाचार)

किसानों के खेत की प्यास बुझाने मध्यप्रदेश ने स्थापित किया नया रिकॉर्ड

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मुख्यमंत्री श्री चौहान का गणतंत्र दिवस पर जनता के नाम संदेश

24 जनवरी 2022, भोपाल । किसानों के खेत की प्यास बुझाने मध्यप्रदेश ने स्थापित किया नया रिकॉर्ड मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस पर इंदौर के नेहरू स्टेडियम में ध्वजारोहण कर भव्य परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई देते हुये अपने संदेश में कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यह अमृत महोत्सव और गणतंत्र दिवस का अद्भुत और अविस्मरणीय संगम है।  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेती हमारी अर्थ-व्यवस्था की रीढ़ है। नदियों के पानी को रोककर किसान के सूखे खेत की प्यास बुझाने में मध्यप्रदेश ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। नर्मदा जी को क्षिप्रा से जोड़ा गया, गंभीर से जोड़ा गया, अब कालीसिंध और पार्वती नदी से जोड़ रहे हैं। मालवा और निमाड़ में नर्मदा जी से अन्य नदियों में पानी लेकर किसानों के खेतों की प्यास बुझा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि न केवल मालवा और निमाड़ में, बल्कि विंध्य, बुंदेलखंड, महाकौशल, भोपाल, ग्वालियर, चंबल संभाग में भी किसान भाइयों के खेतों में पानी पहुँचेगा। उन्होंने कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि कभी मध्यप्रदेश में सिंचाई का रकबा साढ़े 7 लाख हेक्टेयर हुआ करता था, जिसे बढ़ाकर हमने 43 लाख हेक्टेयर कर दिया और आने वाले समय में इसे 65 लाख हेक्टेयर तक बढ़ाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के मेहनती किसानों ने अन्न के भंडार भरे हैं और उचित दाम देने के लिए हमने रिकॉर्ड स्तर पर खरीदी भी की है। गेहूँ के उत्पादन में मध्य प्रदेश के किसानों ने पंजाब को पीछे छोड़ दिया है। पिछले साल 1 करोड़ 28 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा हमने खरीदी की थी। इस साल 45 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूँ की धान हमने खरीदी है। अन्न के भंडार भरपूर हैं, रखने की जगह नहीं है, अस्थाई कैंप में रखा जा रहा है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम किसानों द्वारा उत्पादित खाद्यान्न खरीदेंगे नहीं। किसानों की सभी फसलें खरीदी जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसान भाइयों से अपील करते हुए कहा कि वर्तमान समय में फसलों का विविधीकरण जरूरी है। केमिकल फर्टिलाइजर ने हमारी धरती की उर्वरक क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इसलिए हमें गेहूँ और धान के अलावा बाकी फसलें भी लगानी होगी और साथ में प्राकृतिक एवं जैविक खेती की ओर बढ़ना होगा। जैविक खेती में आज भी मध्यप्रदेश देश में नंबर वन है। इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि पिछले 22 महीने में लगभग 1 लाख 48 हज़ार करोड़ रूपये किसानों के खाते में डाले गये हैं। पिछले साल की फसल बीमा योजना का पैसा भी जल्द किसानों के खाते में डाले जाएंगे।  इंदौर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा नयनाभिराम झाँकियाँ निकाली गई और आकर्षक परेड की प्रस्तुति हुई। उत्कृष्ट परेड प्रस्तुत करने वाले प्लाटूनों और झाँकियों को पुरस्कृत किया गया। साथ ही इंदौर जिले में कोरोना के दौरान उल्लेखनीय सेवाएँ देने एवं सहयोग करने वाले तथा अन्य विभागीय कार्यों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों,  स्वयंसेवी संगठनों आदि को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।

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