मध्यप्रदेश: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 की तैयारियां शुरू, ग्राम स्तर पर होंगी गतिविधियां
09 अप्रैल 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 की तैयारियां शुरू, ग्राम स्तर पर होंगी गतिविधियां – मध्यप्रदेश में वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंगलवार को मंत्रालय में हुई राज्य स्तरीय शीर्ष समिति की बैठक में इस दिशा में कई निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा, “सहकारिता की पहुंच बढ़ाने और सतत विकास में इसके योगदान के लिए ग्राम और वार्ड स्तर पर गतिविधियां चलाई जाएं।” बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव अनुराग जैन और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए नवाचार और सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “सहकारिता के सेट-अप में कॉरपोरेट संस्कृति विकसित करने की जरूरत है।” इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ज्ञान पर ध्यान” के मंत्र को अपनाते हुए भविष्य की पीढ़ी के लिए सहकारिता का आधार तैयार करने की बात कही। किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित किसानों को चिह्नित कर उन्हें सुविधा देने के लिए राजस्व, किसान कल्याण, पशुपालन और मत्स्य विकास विभागों को समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया गया।
पैक्स को सशक्त करने पर ध्यान
प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) को और सक्षम बनाने के लिए अंतर-विभागीय समन्वय पर जोर दिया गया। शासकीय योजनाओं में पैक्स के सदस्यों को प्राथमिकता देने की बात भी कही गई। संयुक्त राष्ट्र ने भारत सरकार की पहल पर 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया है, जिसकी थीम है- “सहकारिताएं एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती हैं।” यह थीम वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहकारी मॉडल की भूमिका और 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों में इसके योगदान को रेखांकित करती है।
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