राज्य कृषि समाचार (State News)

लवली गुप्ता बनी महिला सशक्तिकरण की मिसाल  

03 जून 2025, भोपाल: लवली गुप्ता बनी महिला सशक्तिकरण की मिसाल – प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य में चल रहे महिला सशक्तिकरण अभियान ने अनेक महिलाओं के जीवन को नई दिशा दी है। इसका एक प्रभावशाली उदाहरण भोपाल जिले के फंदा विकासखंड की ग्राम डोबरा जागीर निवासी श्रीमती लवली गुप्ता हैं, जिन्होंने ऑरनामेंटल फिशरीज (शोभायमान मछली पालन) के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।

श्रीमती लवली गुप्ता ने वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत कुल ₹25 लाख की लागत से एक विशेष यूनिट की स्थापना की, जिसमें उन्हें ₹15 लाख का 60 प्रतिशत अनुदान भी प्राप्त हुआ। उन्होंने 10 वर्ष की पंजीकृत लीज पर भूमि लेकर मछलियों के प्रजनन और उत्पादन की शुरुआत की। उनकी इकाई भोपाल जिले की पहली पूर्ण रूप से विकसित शोभायमान मत्स्य प्रक्षेत्र है, जिससे ना केवल स्थानीय बाजार की मांग पूरी हो रही है, बल्कि अन्य जिलों की आवश्यकताओं की पूर्ति भी स्थानीय स्तर पर संभव हो सकी है। उनकी यूनिट में 80 से अधिक ग्लास एक्वेरियम लगाए गए हैं, जिसमें गप्पी, गोल्डफिश, मौली, स्वॉर्ड टेल, कोई कार्प, जेब्रा जैसी प्रजातियों का वैज्ञानिक तरीके से प्रजनन किया जा रहा है। शेड का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि दिन में प्राकृतिक रोशनी मिल सके और एक्वेरियम में ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए आधुनिक एयर ब्लोअर और जल परीक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

श्रीमती गुप्ता द्वारा संचालित यह प्रक्षेत्र केवल आय का स्रोत ही नहीं बना बल्कि इससे 3-4 लोगों को रोजगार भी मिला है। पहले ही वर्ष में ₹6-7 लाख की अनुमानित आमदनी ने उनके आत्मविश्वास को और मजबूत किया है। अब वह और अधिक मूल्यवान प्रजातियों जैसे ऑस्कर, रेड पैरेट और सिचलिड्स का स्थानीय प्रजनन करने की दिशा में भी कार्य कर रही हैं। श्रीमती लवली गुप्ता की यह उपलब्धि महिला उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की प्रेरणादायक मिसाल है। वह कहती हैं – “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी का आभार, जिनकी योजनाओं और मार्गदर्शन ने मुझे आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया।”

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements