झाबुआ में दुधारू पशुओं की कृत्रिम गर्भाधान योजना में लापरवाही, कलेक्टर ने चार अधिकारियों का वेतन रोका
03 नवंबर 2025, झाबुआ: झाबुआ में दुधारू पशुओं की कृत्रिम गर्भाधान योजना में लापरवाही, कलेक्टर ने चार अधिकारियों का वेतन रोका – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुसार मध्यप्रदेश का दुग्ध उत्पादन दुगना किया जाना है इसी के बढ़ते चरण में कृत्रिम गर्भाधान (नस्ल सुधार) कार्यक्रम संपूर्ण प्रदेश में संचालित है जिसे हिरण्यगर्भा अभियान नाम दिया गया है।
उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ. ए.एस. दिवाकर ने बताया कि नस्ल सुधार हेतु वर्तमान में राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम संचालित है जिसमें कृत्रिम गर्भाधान कार्य को सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियो एवं मैत्री कार्यकर्ताओं द्वारा स्वयं की आईडी से भारत पशुधन पोर्टल पर प्रतिदिन ऑनलाइन किया जाना होता है जिसकी सतत मॉनिटरिंग प्रमुख सचिव पशुपालन डेयरी विभाग भोपाल द्वारा की जा रही है।
जिले में कुल 04 सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी की आईडी की जांच करने पर पाया गया कि सम्बंधित द्वारा मासिक लक्ष्य 75 के विरुद्ध माह सितंबर 2025 में शून्य कृत्रिम गर्भधारण कार्य किया गया है जो की अत्यंत चिंताजानक विषय है।
कलेक्टर द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए जिले के सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों कृत्रिम गर्भधान उपकेंद्र हरिनगर विकासखण्ड थांदलाअनिल डामोर, कृत्रिम गर्भधान उपकेंद्र सेमलपाड़ा विकासखण्ड थांदला शशिकांत जैन, पशु प्रजनन केंद्र परवलिया विकासखण्ड थांदला गंगनेश भूरिया एवं पशु औषधालय वगाईबड़ी विकासखण्ड राणापुर रवि अलावे को कारण बताओ सुचना पत्र जारी कर उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए है। और अभियान को सफल बनाने हेतु विभाग के समस्त अधिकारी/कर्मचारी को निर्देशों का कठोरता से पालन कर समस्त ऑफलाइन कृत्रिम गर्भधान, गर्भ परिक्षण एवं वत्सोत्पादन को अतिशीघ्र समय सीमा में भारत पशुधन पोर्टल पर ऑनलाइन करने हेतु निर्देशित किया है एवं यदि आगामी समीक्षा बैठक तक समस्त संस्था प्रभारी द्वारा नियमानुसार समयसीमा में लक्ष्य के विरुद्ध शतप्रतिशत ऑनलाइन कार्य नहीं किया गया तो संबंधित के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।
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