राज्य कृषि समाचार (State News)

टीकमगढ़ जिले में फसलों पर पत्ती भक्षक कीट तथा सफेद मक्खी का प्रकोप

27 अगस्त 2024, टीकमगढ़: टीकमगढ़ जिले में फसलों पर पत्ती भक्षक कीट तथा सफेद मक्खी का प्रकोप – गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी वर्षा तथा उसके बाद हल्की वर्षा होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए, किसान , फसलों में रस चूसक कीट तथा रोग व्याघियों के लिए निगरानी का कार्य भी करें। उड़द, मूंग तथा सोयाबीन की फसल में पीला पत्ता रोग का प्रकोप देखा जा रहा है। किसान ,फसलोँ  की निगरानी करें तथा खेत में ग्रसित पौधे पाये जाने पर रोकथाम हेतु ग्रसित पौधे को उखाड़कर जमीन के अन्दर दबा दें एवं 0.5 मिली. इमिडाक्लोप्रिड या थियामेथोक्सम 2.0 मिली. दवा की मात्रा को प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर मौसम साफ रहने पर छिड़काव करें।

सोयाबीन की फसल में गर्डल  बीतल  का प्रकोप देखा जा रहा है, इसके नियंत्रण के लिए फ्लूवेंडामाइड 39.5 एससी, 400 मिली दवा प्रति हेक्टेयर के हिसाब से घोलकर बनाकर मौसम साफ रहने पर ही छिड़काव करें।भिण्डी में पीली पत्ती रोग का प्रकोप देखा रहा है। अतः किसान  फसल का निरीक्षण करते रहें तथा इससे बचाव हेतु आसमान साफ रहने पर मिथायल डेमेटाँन 25 ई.सी. दवा की 2 मिली लीटर मात्रा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर मौसम साफ रहने पर छिड़काव करें।

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बीते सप्ताह हुई वर्षा तथा आगामी 2-3 दिनों के दौरान गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी वर्षा तथा आसमान में बादल छाए रहने के कारण धूप की अवधि में कमी को देखते हुए, किसान  मुर्गी  घरों  में रात के समय 4-5 घंटे रोशनी की व्यवस्था करें तथा वातावरण में हो रही नमी वृद्धि से मुर्गी घरों में नमी की वृद्धि को रोकने हेतु चूने तथा लकड़ी के बुरादा का फर्श पर भुरकाव करें। पशुशाला को बाह्य परजीवी जैसे मक्खी व  मच्छरों  से बचाने हेतु साफ सफाई का  विशेष  ध्यान रखें साथ ही साथ मैलाथियान या फिनिट का स्प्रे करें।

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