जबलपुर में बेलर यंत्र से किया जा रहा है नरवाई प्रबंधन
20 नवंबर 2024, जबलपुर: जबलपुर में बेलर यंत्र से किया जा रहा है नरवाई प्रबंधन – जिले में अधिकतर धान की कटाई अब उन्नत कृषि यंत्रों के द्वारा की जा रही है, धान की अधिकतर मल्टीक्राप हार्वेस्टर द्वारा किया जा रहा है, धान की कटाई के उपरांत खेत में छोड़ी गई पराली को कृषक आग लगा देते हैं, जिससे मिट्टी के पोषक तत्व एवं पर्यावरण को भी हानि हो रही है।
इफको के सहयोग से जिले में बेलर यंत्र के द्वारा पराली के बेल बनाए जा रहे हैं, जिससे परली जलाने की समस्या से भी निजात मिल रहा है, साथ-साथ ही इसका उपयोग गौशालाओं में कैटल फीड, बायोफ्यूल, बायोफर्टिलाइजर, पैकेजिंग मैटेरियल आदि में किया जा सकता है।
वर्तमान में 2400 एकड़ का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें कृषि अभियांत्रिकी एवं इफको के अधिकारी कृषकों के खेत पर बेलर यंत्र से पराली के बेल बनवा रहे हैं ,साथ ही इनके वैकल्पिक उपयोग हेतु बढ़ावा देने की समझाइश कृषकों को दे रहे हैं।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: