मध्यप्रदेश के 8 जिलों में अति भारी वर्षा की चेतावनी, IMD ने जारी किया अलर्ट
04 अक्टूबर 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश के 8 जिलों में अति भारी वर्षा की चेतावनी, IMD ने जारी किया अलर्ट – पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने अलग-अलग रंग दिखाए। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और रीवा संभागों के कुछ जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई, जबकि होशंगाबाद, चंबल, जबलपुर, शहडोल और सागर संभागों में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। इसके अलावा, प्रदेश के अन्य सभी संभागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। इस दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा और चक्रवाती गतिविधियों ने मौसम को प्रभावित किया।
वर्षा के प्रमुख आंकड़े (मिमी में):
सबसे अधिक वर्षा प़ूआ जिले में 55.0 मिमी दर्ज हुई। इसके अलावा अटेर में 46.4 मिमी, मझौली में 39.4 मिमी, घाटीगांव में 29.4 मिमी, सोनकच्छ में 27.0 मिमी, कैलाश में 25.0 मिमी, हटा में 24.2 मिमी और टोक खंड में 23.0 मिमी वर्षा हुई। अन्य जिलों जैसे बजाग, बुधनी, पुरराजगढ़, जतारा, पाटन, नर्मदापुरम, अमरकंटक, मऊ, बड़वाहा आदि में भी अच्छी मात्रा में बारिश रिकॉर्ड हुई है। इंदौर में सबसे कम 0.1 मिमी वर्षा हुई।
मौसम की वर्तमान स्थिति और गतिविधियाँ
मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कई मौसमी प्रणालियां सक्रिय हैं: मानसून की वापसी रेखा: दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 20° उत्तरी अक्षांश और 69° पूर्वी देशांतर से वेरावल, भुज, उज्जैन, झांसी, शाहजहांपुर और 30° उत्तरी अक्षांश/81° पूर्वी देशांतर से होकर गुजर रही है।
आंतरिक ओडिशा पर अवदाब: ओडिशा के आंतरिक हिस्सों में बना एक अवदाब पिछले 6 घंटों में 15 किमी/घंटा की गति से उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ा। यह अवदाब फूलबनी से 60 किमी पश्चिम-उत्तर-पश्चिम, भवानीपटना से 100 किमी उत्तर-उत्तर-पूर्व और संबलपुर से 90 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है। यह अगले 24 घंटों में उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगा और धीरे-धीरे कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में बदल सकता है।
उत्तर-पूर्व अरब सागर पर गहरा अवदाब: यह गहरा अवदाब 21.5° उत्तरी अक्षांश और 67.0° पूर्वी देशांतर पर केंद्रित है, जो द्वारका से 240 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम और कराची से 380 किमी दक्षिण में है। अगले 3 घंटों में यह चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है और 24 घंटों में गंभीर चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है।
अन्य मौसमी प्रणालियां: ओडिशा से छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ रेखा समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर है। इसके अलावा, पश्चिमी राजस्थान में एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण और 67° पूर्वी देशांतर के साथ 32° उत्तरी अक्षांश पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है।
चेतावनी और मौसम पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश के लिए निम्नलिखित चेतावनियां जारी की हैं:
अति भारी बारिश, झंझावात और वज्रपात: सिंगरौली, सीधी और शहडोल में कहीं-कहीं।
भारी बारिश, झंझावात और वज्रपात: रीवा, मऊगंज, अनुपपुर, उमरिया और डिंडोरी में कहीं-कहीं।
झंझावात और वज्रपात: भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सतना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्णा में कहीं-कहीं।
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