राज्य कृषि समाचार (State News)

जबलपुर में हिन्दी पखवाड़ा का समापन

30 सितम्बर 2023, जबलपुर: जबलपुर में हिन्दी पखवाड़ा का समापन – खरपतवार अनुसंधान निदेशालय , जबलपुर में हिन्दी पखवाडा़  14-29 सितम्बर तक आयोजित किया गया। हिन्दी  पखवाड़ा  के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. एस.पी. तिवारी, कुलपति, नानाजी  देशमुख पशु विज्ञान वि.वि. जबलपुर थे। इस दौरान निदेशक डॉ.जे.एस.मिश्र,डॉ. पी.के.सिंह, प्रधान वैज्ञानिक व सह अध्यक्ष राजभाषा कार्यान्वयन समिति एवं इस समिति के प्रभारी श्री बसंत मिश्रा भी उपस्थित थे।

डॉ. एस.पी. तिवारी ने कहा कि संसार का कोई भी देश  अपनी भाषा की अवहेलना करके प्रगति  नहीं  कर सकता। भाषा में अद्भुत शक्ति होती है यह हमें एक दूसरे से जोड़ती है। भाषा केवल भाषा नही होती वह समाज, संस्कृति, इतिहास ,राष्ट्र की अस्मिता और उसके भावी लक्ष्यों की अभिव्यक्ति का माध्यम भी होती है।डॉ. तिवारी ने कहा कि यह अनुसंधान संस्थान है सभी वैज्ञानिक व अधिकारी अपनी-अपनी  विशेषता के आधार पर कार्य कर रहे हैं , फिर भी हिन्दी के कार्य में या हिन्दी को बढ़ावा देने में सभी की बड़ी रूचि  है यह सराहनीय कदम है। निदेशक  डॉ.जे.एस.मिश्र ने हिंदी को सभी भाषाओं की सहोदरा बताते हुए कहा कि इसमें सभी भाषाओं को समाहित करने की अपार शक्ति निहित है। हिंदी भाषा में ऊंच-नीच का भाव नहीं  है। जितना संभव हो सके हमें हिंदी भाषा का प्रयोग करना चाहिए एवं हिंदी बोलते समय गर्व महसूस करना चाहिए। डॉ. पी.के.सिंह ने कहा कि आज विश्व के ज्यादातर देशों  में हिन्दी को सम्मान मिल रहा है । चूँकि भारत विश्व का एक बड़ा  व्यापार का केंद्र बन रहा है ,इसलिए विश्व के तमाम  देश  भारत में व्यापार करने के लिए हिन्दी को सीख रहे हैं। यह निदेशालय भी विभिन्न खरपतवार प्रबंधन तकनीकों का प्रचार -प्रसार कृषकों के बीच करने के लिए हिन्दी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग कर रहा है।

Advertisement
Advertisement

उल्लेखनीय है कि हिन्दी पखवाड़े के दौरान निदेशालय में सात  प्रतियोगिताएं आयोजित की गई ,  जिनमें आलेखन एवं टिप्पण , तात्कालिक निबंध लेखन , हिन्दी शुद्धलेखन, कम्प्यूटर में यूनिकोड पर टाइपिंग ,अन्ताक्षरी, क्विज कांटेस्ट  एवं वाद-विवाद  शामिल हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यान्वयन समिति एवं  विभिन्न   समितियों के सदस्यों का विशेष  योगदान रहा। आरम्भ में  प्रभारी श्री बसंत मिश्रा ने सभी अधिकारियों/ कर्मचारियों का स्वागत किया। प्रोत्साहन योजना के तहत  निदेशालय  के वर्ष भर में 20,000  शब्दों  से अधिक हिन्दी लिखने वाले अधिकारियों  कर्मचारियों को एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को अतिथियों  द्वारा पुरस्कार प्रदान किये गये।  निदेशालय  द्वारा  प्रकाशित  पत्रिका  ‘तृण संदेश ‘ ,  ‘खरपतवार समाचार ‘ एवं ‘ निदेशालय की महत्वपूर्ण  उपलब्धियां ‘इत्यादि  प्रकाशनों का विमोचन भी किया गया। संचालन श्री बसंत मिश्रा ने किया एवं आभार डॉ. वी.के. चौधरी ने माना।  

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम )

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement