राज्य कृषि समाचार (State News)

रीवा-सतना समेत मध्यप्रदेश के इन 6 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी, देखें आज का मौसम अपडेट

10 सितम्बर 2025, भोपाल: रीवा-सतना समेत मध्यप्रदेश के इन 6 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी, देखें आज का मौसम अपडेट – पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई, जबकि कुछ क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल के कुछ हिस्सों में कहीं-कहीं बारिश हुई, जबकि रीवा और जबलपुर संभागों में चुनिंदा स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। शहडोल और सागर संभागों में कई स्थानों पर बारिश हुई, लेकिन बाकी सभी जिलों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहा।

इस दौरान प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं देखा गया। इंदौर और उज्जैन संभागों के जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से 1.6°C से 2.9°C तक कम रहा, जबकि अन्य संभागों में सामान्य स्तर पर बना रहा। न्यूनतम तापमान की बात करें तो इंदौर संभाग में यह सामान्य से 2.2°C तक कम रहा, जबकि शहडोल संभाग में सामान्य से 3.2°C तक अधिक दर्ज किया गया।

प्रदेश में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 34.4°C पृथ्वीपुर (निवाड़ी) और खजुराहो (छतरपुर) में दर्ज किया गया, वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान 18.8°C खरगोन में रिकॉर्ड किया गया।

वर्षा के आंकड़े

पिछले 24 घंटों में मध्यप्रदेश के कई स्थानों पर अच्छी बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश सिहोरा में 88.3 मिमी, बांदा में 87.0 मिमी, तिरोड़ी में 81.4 मिमी, बड़वानी में 79.0 मिमी और पवई में 72.0 मिमी हुई। अन्य प्रमुख स्थानों में तेंदूखेड़ा-दमोह (56.4 मिमी), कुसमी (54.0 मिमी), रामपुर बघेलान (52.5 मिमी), छतरपुर (51.8 मिमी) और सोहागपुर-शहडोल (48.0 मिमी) शामिल हैं। इसके अलावा, नौगांव (34.2 मिमी), सागर (32.6 मिमी), जबेरा (33.0 मिमी), गोटेगांव (22.0 मिमी) और पथरिया (19.0 मिमी) जैसे स्थानों पर भी अच्छी बारिश हुई। कुछ क्षेत्रों जैसे रायसेन, बालाघाट और आगर में हल्की बारिश (2-3 मिमी) दर्ज की गई। ये आंकड़े मानसून की सक्रियता को दर्शाते हैं, जो आने वाले समय में और तेज हो सकती है।

मौसमी परिस्थितियाँ

आईएमडी के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान में एक अवदाब (डिप्रेशन) सक्रिय है, जो अक्षांश 25.3° उत्तर और देशांतर 68.4° पूर्व के पास, हैदराबाद (पाकिस्तान) के दक्षिण में, सकरंद से 20 किमी उत्तर-पूर्व और भुज-कच्छ (गुजरात) से 270 किमी उत्तर-उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यह सिस्टम अगले 12 घंटों में धीरे-धीरे कमजोर होकर एक सुस्पष्ट निम्न-दाब क्षेत्र में बदल सकता है और इसके बाद अगले 24 घंटों में उत्तर-पूर्वी अरब सागर की ओर बढ़ सकता है। 

मानसून ट्रफ मौसम समुद्र तल पर इस अवदाब के केंद्र से शुरू होकर जोधपुर, देवमाली, बाराबंकी, छपरा, पुरुलिया, दीघा और उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके साथ ही, दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर 4.5 किमी की ऊंचाई पर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। ये मौसमी सिस्टम मध्यप्रदेश में बारिश को और बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं।

मौसम चेतावनी और पूर्वानुमान

आईएमडी ने मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, झंझावात और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है।

इसके अलावा, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्ना में कहीं-कहीं झंझावात और वज्रपात का खतरा है। मानसून की सक्रियता के कारण बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।

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