मध्यप्रदेश के 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, कई जगह आंधी-बिजली की चेतावनी
13 अगस्त 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश के 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, कई जगह आंधी-बिजली की चेतावनी – मध्य प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ा है। पिछले 24 घंटों में जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभागों में भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि भोपाल, इंदौर और उज्जैन में हल्की बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों के लिए राज्य के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने निचले इलाकों में जलभराव, बाढ़ और पेड़ गिरने जैसी घटनाओं के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है।
पिछले 24 घंटे का मौसम
बीते 24 घंटों में भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन और चंबल संभाग के कई जिलों में बारिश हुई, जबकि ग्वालियर संभाग में कहीं-कहीं और रीवा, सागर, जबलपुर व शहडोल संभाग में अधिकांश स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। उमरिया में सर्वाधिक 122.6 मिमी बारिश हुई, इसके अलावा बड़वारा में 118.0 मिमी, करकेली में 110.9 मिमी और डिंडोरी में 86.2 मिमी बारिश दर्ज हुई।
अधिकतम तापमान श्योपुर में 34.6°C और न्यूनतम पचमढ़ी में 19.4°C दर्ज किया गया। शहडोल संभाग में तापमान 2.8°C तक गिरा, जबकि भोपाल, नर्मदापुरम और उज्जैन में सामान्य से अधिक रहा।
अगले 24 घंटे में अति भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्ना जिलों में अति भारी बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में 200 मिमी या उससे अधिक वर्षा दर्ज होने की संभावना है, जिससे नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है।
इसके अलावा, रायसेन, सीहोर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, सिवनी और बालाघाट जिलों में भारी बारिश के साथ गरज-चमक का दौर देखने को मिल सकता है। इन इलाकों में खेतों में जलभराव और फसलों को नुकसान का खतरा बना हुआ है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, रीवा, सतना, छतरपुर, सागर समेत कई जिलों में आंधी-तूफान व बिजली गिरने की संभावना है।
भोपाल का मौसम
राजधानी भोपाल में बीते 24 घंटों में बारिश दर्ज नहीं हुई। अधिकतम तापमान 30.6°C और न्यूनतम 24.4°C रहा। अगले 24 घंटे में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। हवा की गति 26–28 किमी/घंटा तक रह सकती है।
मौसम विभाग की सलाह
IMD ने चेतावनी दी है कि भारी बारिश से निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन सकती है। तेज हवाओं और बिजली गिरने से पेड़ व बिजली आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। ग्रामीण सड़कों पर यातायात बाधित होने और खुले में काम करने वालों को चोट का खतरा है।
किसानों को सलाह दी गई है कि खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करें, बारिश के दौरान उर्वरक/कीटनाशक का छिड़काव न करें और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें। धान के खेतों में 5–7 सेमी पानी बनाए रखें और सोयाबीन, उड़द व कपास में रोगों के लक्षण पर नजर रखें।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:


