हरियाणा केंद्रीय खाद्यान्न भंडार में दूसरा सबसे बड़ा योगदान देने वाला राज्य – श्रीमती द्रौपदी मुर्मु
राष्ट्रपति ने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के 25 वें दीक्षांत समारोह में प्रदान की डिग्रियां
28 अप्रैल 2023, चंडीगढ़: हरियाणा केंद्रीय खाद्यान्न भंडार में दूसरा सबसे बड़ा योगदान देने वाला राज्य – श्रीमती द्रौपदी मुर्मु – भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कृषि वैज्ञानिकों का आह्वान करते हुए कहा कि आज कृषि के समक्ष बढ़ती जनसंख्या, सिकुड़ती कृषि भूमि, गिरते भूजल-स्तर, मिट्टी की घटती उर्वरता, जलवायु परिवर्तन जैसी अनेक चिंताएं हैं, जिनका समाधान खोजना कृषि पेशेवरों, वैज्ञानिकों का दायित्व है।
राष्ट्रपति ने गत दिवस चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के 25वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और विद्यार्थियों को डिग्रियां व गोल्ड मेडल प्रदान किये। समारोह में हरियाणा के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल और विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रणबीर गंगवा सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में आधे से अधिक बेटियों की संख्या से गौरवान्वित हुई राष्ट्रपति ने कहा कि आज गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में भी 70 प्रतिशत से अधिक छात्राएं हैं। यह संतोष और गर्व का विषय है कि हमारी बेटियां कृषि एवं संबंद्ध विज्ञान सहित अनेक क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय भारत के कृषि विश्वविद्यालयों में पांचवें रैंक पर – राज्यपाल
दीक्षांत समारोह में हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने मेडल और पुरस्कार प्राप्त छात्रों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय भारत के कृषि विश्वविद्यालयों में पांचवें रैंक पर आता है। पिछले कुछ समय में ही चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने समय की मांग के अनुसार कार्य करते हुए मेन कैम्पस में मत्स्य विज्ञान और बायोटेक्नोलॉजी के दो नए कॉलेजों की स्थापना की है।
युवा वैज्ञानिक कृषि विश्वविद्यालय के साथ-साथ हरियाणा का नाम करेंगे रोशन- मुख्यमंत्री
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि युवा वैज्ञानिक अपनी उपलब्धियों से कृषि विश्वविद्यालय के साथ-साथ हरियाणा का नाम देश-विदेश में रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षार्थ आईए सेवार्थ जाइये वाली कहावत को चरितार्थ करने के लिए विद्यार्थियों को शिक्षा से प्राप्त ज्ञान को समाज सेवा में लगाकर बेहतर प्रमाण देंगे।
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