राज्य कृषि समाचार (State News)किसानों की सफलता की कहानी (Farmer Success Story)

12 क्विंटल मूंगफली उगाई, 4 गुना मुनाफा कमाया– जानिए कैसे?

21 अप्रैल 2025, रायपुर: 12 क्विंटल मूंगफली उगाई, 4 गुना मुनाफा कमाया– जानिए कैसे? – छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के वनांचल गांव घोटिया में रहने वाले किसान नारद पटेल ने परंपरागत खेती से हटकर मूंगफली की फसल अपनाई और महज़ एक हेक्टेयर भूमि में 4 गुना से अधिक मुनाफा कमाकर यह दिखा दिया कि फसल विविधिकरण न सिर्फ़ जोखिम को घटाता है बल्कि मुनाफे के नए रास्ते भी खोलता है।

नारद पटेल ने रबी सीजन में मूंगफली की खेती की। उन्होंने एक हेक्टेयर में कुल 12 क्विंटल मूंगफली का उत्पादन किया, जिससे उन्हें 72,000 रुपये की आय हुई। इसमें उनकी कुल लागत सिर्फ़ 14,047 रुपये आई, और इस तरह उन्हें लगभग 57,953 रुपये की शुद्ध कमाई हुई।

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कम लागत, कम पानी, फिर भी ज्यादा फायदा

मूंगफली एक ऐसी फसल है जिसमें कम सिंचाई, कम उर्वरक और कम कीटनाशक की जरूरत होती है। यही वजह है कि इसकी खेती में उत्पादन लागत अन्य फसलों की तुलना में काफी कम बैठती है। यही रणनीति नारद पटेल के लिए भी फायदेमंद साबित हुई।

फसल विविधिकरण का अनुभव आया काम

नारद पटेल पिछले 12 वर्षों से सब्जी, मक्का और मूंग की खेती कर रहे हैं। इस अनुभव ने उन्हें फसल विविधिकरण की अहमियत समझाई। उनके पास कुल 2 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें से एक हिस्से में वे उद्यानिकी फसलें उगाते हैं और दूसरे में अब मूंगफली की खेती कर रहे हैं।

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हालांकि उन्हें इस बार तिलहन बीज योजना के तहत बीज तो मिला और खेती के दौरान तकनीकी मार्गदर्शन भी, लेकिन पटेल मानते हैं कि असल सफलता उनके अनुभव और सही समय पर लिए गए निर्णय का नतीजा है।

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आसपास के किसान भी हो रहे प्रेरित

नारद पटेल की इस सफलता ने आसपास के किसानों का ध्यान भी खींचा है। कई किसान अब मूंगफली जैसी नगदी फसलों की ओर रुख कर रहे हैं, जो कम खर्च में अच्छा मुनाफा दे रही हैं। ग्रामीण इलाकों में खेती अब धीरे-धीरे पारंपरिक से पेशेवर सोच की तरफ़ बढ़ रही है।

नारद पटेल की कहानी यह दर्शाती है कि यदि किसान बाजार की मांग और खेती की प्रकृति को समझकर फसल चुनें, तो सीमित संसाधनों में भी अच्छी आमदनी संभव है। खेती अब महज़ गुज़ारे का जरिया नहीं, बल्कि एक समझदारी भरा व्यवसाय बनती जा रही है।

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