दीपावली के त्योहार पर घर जाना महंगा पड़ रहा
23 अक्टूबर 2024, उज्जैन-इंदौर: दीपावली के त्योहार पर घर जाना महंगा पड़ रहा – दीपावली त्योहार पर बाहर के रहने वाले लोग अपने घर जाना चाहते है लेकिन बसों में सीटें फूल है वहीं बस संचालकों ने किराया भी तीन से चार गुना अधिक बढ़ा दिया है। इधर ट्रेनों में भी
वेटिंग है लिहाजा दीपोत्सव पर घर जाने वाले लोग परेशान हो रहे है और मजबूरी में ज्यादा किराया देकर बसों में सफर कर रहे है।
रोशनी के त्योहार दिवाली पर घर जाना लोगों को बहुत महंगा पड़ रहा है। त्योहार को देखते हुए बस संचालकों ने किराया तीन से चार गुना तक बढ़ा दिया है। जिस कीमत में हवाई टिकट मिल जाता है, उससे भी ज्यादा कीमत पर इस समय बस टिकट बेचे जा रहे हैं। चौंकाने वाला किराया नासिक से इंदौर के बीच का आया है, जहां एक सीट का 9 हजार रुपए लिया रहा है, जबकि आम दिनों में यह 450 से 600 के बीच होता है।
हर त्योहार के समय ट्रेनों और उड़ानों में सीटें न मिल पाने के कारण यात्रियों के लिए बस ही आखिरी विकल्प रह जाता है। यात्रियों की मजबूरी का फायदा बस संचालक उठाते हैं और आम दिनों की अपेक्षा कई गुना किराया वसूलते हैं। इस त्योहार पर भी यह नजारा देखने को मिल रहा है। इंदौर से दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, सूरत, नासिक जैसे शहरों का किराया तीन से चार गुना तक बढ़ चुका है।
कुछ साल पहले भी ऑल इंडिया परमिट वाले बस संचालकों द्वारा ज्यादा किराया लेने की शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने बस संचालकों की बैठक लेते हुए उन्हें आम दिनों की अपेक्षा डेढ़ गुना तक किराया लेने की छूट दी थी। प्रशासन की मजबूरी यह है कि ऑल इंडिया परमिट की बसों का किराया तय नहीं कर सकता है। सहमति बन गई थी, लेकिन अब एक बार फिर वहीं ढर्रा शुरू हो गया है।
तारीख | किराया |
30 अक्टूबर नासिक से इंदौर | 9000 |
30 अक्टूबर मुंबई से इंदौर | 4300 |
30 अक्टूबर पुणे से इंदौर | 5050 |
30 अक्टूबर अहमदाबाद से इंदौर | 5000 |
30 अक्टूबर राजकोट से इंदौर | 2499 |
30 अक्टूबर सूरत से इंदौर | 3400 |
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