अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में वनोपज एवं हर्बल उत्पाद की 10 लाख से अधिक की हुई बिक्री
19 दिसंबर 2024, भोपाल: अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में वनोपज एवं हर्बल उत्पाद की 10 लाख से अधिक की हुई बिक्री – अंतर्राष्ट्रीय वन मेला-2024 में वनोपज एवं हर्बल उत्पाद की अभी तक 10 लाख से अधिक की बिक्री हुई है। आगंतुकों के लिए नर्सरी के औषधीय पौधे आकर्षण का केन्द्र रहे। वन मेले की लोकप्रियता से राजधानी ही नहीं वरन आसपास के जिलों से लोग मेले में आ रहे हैं। मेले में स्थापित ओपीडी में बड़ी संख्या में आगंतुकों ने नि:शुल्क चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया। आयुर्वेदिक चिकित्सकों और अनुभवी वैद्यों ने नि:शुल्क सेवाएं दी।
अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में लघु वनोपज, प्रसंस्करण एवं अनुसंधान केन्द्र के विन्ध्य हर्बल ब्राण्ड उत्पादों जैसे शहद, च्यवनप्राश एवं त्रिकुट को उनके प्रभावी असर एवं गुणवत्ता की वजह से काफी सराहा जा रहा है। प्रधानमंत्री वन-धन योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश एवं अन्य राज्यों में संचालित वन धन केन्द्रों के उत्पादों की मेले में बिक्री के प्रति लोगों का बहुत रूझान रहा। इन उत्पादों में महुए एवं देशी मोटे अनाज (मिलेट्स) के प्रति बढ़ती लोकप्रियता ने देशी महुए के लड्डू, अचार, महुआ कुकीज, कोदो-कुटकी, अलसी लडडू, तिल लडडू, देशी मक्का कुकीज, आंवला पाचक ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। आगंतुकों ने बड़ी उत्सुकता के साथ इन उत्पादों को खरीदा।
अंतर्राष्ट्रीय मेले में वनांचलों के ऐलोवेरा से निर्मित साबुन, शैम्पू, हैण्डवॉश, जैल, आंवला अचार, शतावर अचार, जंगली शहद उत्पादों को लोगों ने काफी पसंद किया। विभिन्न जिलों से शामिल प्राथमिक वनोपज समितियों के उत्पाद, जंगली जड़ी-बूटियां और मध्यप्रदेश राज्य बम्बू मिशन के उत्पादों के प्रति लोगों का आकर्षण रहा।
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