State News (राज्य कृषि समाचार)

वर्ष 2020-21 में खाद्यान्न उत्पादन 303 मिलियन टन से अधिक होने की संभावना

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1 मार्च 2021, नई दिल्ली। वर्ष 2020-21 में खाद्यान्न उत्पादन 303 मिलियन टन से अधिक होने की संभावना – कृषि के क्षेत्र में देश तरक्की की राह पर तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2020-21 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान ने इस बात को फिर सिद्ध किया है। मुख्य फसलों के उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान में खाद्यान्न का रिकार्ड 303.34 मिलियन टन उत्पादन बताया गया है, जो किसानों की अथक मेहनत, कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान तथा केंद्र सरकार की किसान हितैषी नीतियों का परिणाम है।

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार का फोकस गांव-गरीब-किसान एवं किसानी पर है, जिसके सुपरिणाम परिलक्षित हो रहे हैं। चौतरफा कृषि सुधारों से इसे और बल मिलेगा, जिसका फायदा देश को दीर्घकाल तक होगा।

इस वर्ष 2020-21 के लिए अधिकांश फसलों का उत्पादन सामान्य से अधिक होने का अनुमान है। वर्ष 2020-21 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 303.34 मिलियन टन अनुमानित है,जो वर्ष 2019-20 के दौरान प्राप्त 297.50 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 5.84 मिलियन टन अधिक है।

  • इस वर्ष 2020-21 के लिए अधिकांश फसलों का उत्पादन सामान्य से अधिक होने का अनुमान है। वर्ष 2020-21 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 303.34 मिलियन टन अनुमानित है,जो वर्ष 2019-20 के दौरान प्राप्त 297.50 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 5.84 मिलियन टन अधिक है।
  • वर्ष 2020-21 के दौरान खाद्यान्न उत्पादन विगत पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 24.47 मिलियन टन अधिक है।
  • वर्ष 2020-21 के दौरान चावल का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 120.32 मिलियन टन अनुमानित है। यह विगत 5 वर्षों के 112.44 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में 7.88 मिलियन टन अधिक है।
  • वर्ष 2020-21 के दौरान गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 109.24 मिलियन टन अनुमानित है। यह विगत पांच वर्षों के 100.42 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में 8.81 मिलियन टन अधिक है।
  • पोषक/मोटे अनाजों का उत्पादन 49.36 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 2019-20 के दौरान प्राप्त 47.75 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 1.62 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा, यह औसत उत्पादन की तुलना में भी 5.35 मिलियन टन अधिक है।
  • वर्ष 2020-21 के दौरान कुल दलहन उत्पादन 24.42 मिलियन टन अनुमानित है जो विगत पांच वर्षों के 21.99 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में 2.43 मिलियन टन अधिक है।
  • 2020-21 के दौरान कुल तिलहन उत्पादन 37.31 मिलियन टन अनुमानित है जो 2019-20 के दौरान 33.22 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 4.09 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा, 2020-21 के दौरान तिलहनों का उत्पादन औसत तिलहन उत्पादन की तुलना में 6.77 मिलियन टन अधिक है।
  • वर्ष 2020-21 के दौरान देश में गन्ने का उत्पादन 397.66 मिलियन टन अनुमानित है। वर्ष 2020-21 के दौरान गन्ने का उत्पादन औसत गन्ना उत्पादन 362.07 मिलियन टन की तुलना में 35.59 मिलियन टन अधिक है। 
  • कपास का उत्पादन 36.54 मिलियन गांठें (प्रति 170 किग्रा की गांठे) अनुमानित हैं, जो औसत कपास उत्पादन की तुलना में 4.65 मिलियन गांठें अधिक हैं। पटसन एवं मेस्ता का उत्पादन 9.78 मिलियन गांठें (प्रति 180 किग्रा की गांठें) अनुमानित हैं।
कृषि मंत्रालय का दूसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान

खाद्यान्न- 303.34 मिलियन टन
चावल : 120.32 मिलियन टन
गेहूं : 109.24 मिलियन टन
मोटा अनाज : 49.36 मिलियन टन
मक्का : 30.16 मिलियन टन
दलहन : 24.42 मिलियन टन
तुअर : 3.88 मिलियन टन
चना : 11.62 मिलियन टन
तिलहन-37.31 मिलियन टन
मूंगफली : 10.15 मिलियन टन
सोयाबीन : 13.71 मिलियन टन
सरसों : 10.43 मिलियन टन
गन्ना – 397.66 मिलियन टन
कपास – 36.54 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि. ग्रा.)
पटसन एवं मेस्ता – 9.78 मिलियन गांठें
(प्रति 180 कि. ग्रा.)

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